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धनबाद में दामोदर नदी का कहर पांच बच्चियां डूबीं: तीन को बचाया गया, एक की मौत, एक लापता

#धनबाद #दुर्घटना : स्नान करने गई बच्चियां नदी के तेज बहाव में बह गईं

धनबाद जिले में गुरुवार को दामोदर नदी से एक हृदयविदारक घटना सामने आई। सुदामडीह थाना क्षेत्र के भौंरा बाई क्वार्टर के पास पांच बच्चियां नदी में स्नान करने गई थीं। इसी दौरान अचानक तेज बहाव ने सभी को अपनी चपेट में ले लिया। स्थिति इतनी भयावह थी कि बच्चियां चीखते-चिल्लाते हुए पानी में डूबने लगीं।

बचाव कार्य में जुटे लोग

घटना के बाद आसपास मौजूद स्थानीय लोग तुरंत नदी में कूद पड़े और किसी तरह तीन बच्चियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। हालांकि, रुक्मणि कुमारी को नहीं बचाया जा सका और उसकी मौत हो गई। वहीं दूसरी बच्ची संध्या अब तक लापता है, जिसकी तलाश में गोताखोरों और पुलिस की टीम देर रात तक जुटी रही।

प्रशासन की सक्रियता

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। प्रशासन ने मृतक बच्ची के परिवार को सहायता का आश्वासन दिया है। अधिकारियों ने बताया कि लापता बच्ची की खोज के लिए विशेष टीम लगातार तलाशी अभियान चला रही है।

शोक में डूबा इलाका

इस दर्दनाक हादसे से पूरे इलाके में मातम छा गया है। परिवारजन और ग्रामीणों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नदी में अक्सर अचानक जलस्तर बढ़ जाता है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई है।

न्यूज़ देखो: जलसुरक्षा की अनदेखी बनी जानलेवा

धनबाद की इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर नदी किनारे सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं हैं। हर साल ऐसे हादसे दर्ज होते हैं, मगर प्रभावी कदम नहीं उठाए जाते। यह हादसा सिर्फ एक परिवार की नहीं, पूरे समाज की पीड़ा है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

हादसे से सीख लेनी होगी

यह समय है कि हम सबक लें और ऐसी जगहों पर बच्चों को अकेले न जाने दें। साथ ही, प्रशासन को चाहिए कि नदी किनारे चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा गश्ती को अनिवार्य करे। अब समय है कि हम सब मिलकर जलसुरक्षा के लिए जागरूकता फैलाएँ। अपनी राय कॉमेंट करें और खबर को शेयर करें ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी से बचा जा सके।

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