#रोहतास #बाढ़ #चेतावनी : सोन नदी का जलस्तर खतरे के पार — यदुनाथपुर में बढ़ते जल स्तर को लेकर अलर्ट जारी
- सोन नदी का जलस्तर 148.15 मीटर पर पहुंचा, जो खतरे के निशान से 1.01 मीटर ऊपर है।
- 2019 के उच्चतम जलस्तर को भी पार किया, अब 0.01 मीटर ऊपर बह रही है।
- प्रति घंटे लगभग 100 मिमी की दर से हो रही जलस्तर में वृद्धि।
- केन्द्रीय जल आयोग ने अत्यधिक बाढ़ की स्थिति घोषित की।
- यदुनाथपुर समेत आसपास के क्षेत्रों में निगरानी और सतर्कता की अपील।
यदुनाथपुर में पानी ने तोड़ा रिकॉर्ड
केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा बेसिन में बहने वाली सोन नदी का जलस्तर 17 जुलाई 2025 की शाम 6 बजे तक 148.15 मीटर दर्ज किया गया है। यह 147.14 मीटर के खतरे के निशान से 1.01 मीटर अधिक है। विशेष बात यह है कि यह स्तर वर्ष 2019 में दर्ज उच्चतम जलस्तर (148.14 मीटर) से भी ऊपर चला गया है।
केन्द्रीय जल आयोग, पटना के कार्यपालक अभियंता ने बताया: “यदुनाथपुर में सोन नदी का जलस्तर फिलहाल अत्यधिक बाढ़ की स्थिति में है और हर घंटे यह तेजी से बढ़ रहा है।”
बाढ़ की गंभीर स्थिति: बढ़ रहा खतरा
जल आयोग की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि जलस्तर में वृद्धि की दर 99.99 मिमी/घंटा दर्ज की गई है, जो बेहद चिंताजनक है। यह रफ्तार न सिर्फ आसपास के गांवों में जलभराव की आशंका बढ़ा रही है, बल्कि फसल नुकसान, बिजली आपूर्ति प्रभावित होने और सड़क संपर्क टूटने जैसी समस्याएं भी उत्पन्न कर सकती हैं।
2019 से भी अधिक खतरनाक हो सकती है स्थिति
ज्ञात हो कि 15 अगस्त 2019 को यदुनाथपुर में सोन नदी का जलस्तर 148.14 मीटर दर्ज किया गया था, जो अब टूट चुका है। इस वर्ष की स्थिति इससे भी ज्यादा खतरनाक मानी जा रही है, क्योंकि नदियों के आसपास की भूमि पहले से ही भीग चुकी है और कहीं-कहीं तटबंध भी कमजोर हो चुके हैं।
प्रशासन और जनता के लिए अलर्ट मोड
हालांकि अभी तक जिला प्रशासन की ओर से किसी आधिकारिक निकासी आदेश की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है। आपदा प्रबंधन से जुड़ी इकाइयों को तैनाती के निर्देश दे दिए गए हैं और संभावित प्रभावित गांवों में सूचना प्रसारण शुरू हो चुका है।
बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने कहा: “हमें स्थिति की पल-पल की जानकारी मिल रही है और किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने की तैयारी पूरी है।”
ग्रामीणों से अपील: सावधानी बरतें, प्रशासन के संपर्क में रहें
जल आयोग ने यदुनाथपुर तथा आसपास के निचले इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों से आग्रह किया है कि वे नदी के किनारे न जाएं, पशुधन और ज़रूरी सामान को उपरी स्थानों पर सुरक्षित करें, तथा किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन को सूचित करें।

न्यूज़ देखो: जल प्रबंधन की नाकामी या प्रकृति की चेतावनी?
यदुनाथपुर में सोन नदी का जलस्तर चेतावनी से ऊपर पहुंचना प्रशासनिक तैयारियों की असल परीक्षा है। यह घटना बताती है कि जल संरक्षण, नदी तटबंधों की मजबूती और मौसम पूर्वानुमान में अभी और सुधार की ज़रूरत है। न्यूज़ देखो हर ऐसे जोखिम भरे हालात में आपके साथ खड़ा है — सवाल पूछने के लिए, समाधान ढूंढने के लिए और सच को सामने लाने के लिए।
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सजग नागरिकों की ज़िम्मेदारी: सुरक्षित रहें, सतर्क रहें
इस समय हम सबका कर्तव्य है कि झूठी अफवाहों से बचें, असली जानकारी को साझा करें, और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें। अपने गांव, मोहल्ले और परिवार को इस संकट में सतर्क और सुरक्षित रखने के लिए आगे आएं।
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