#गिरिडीह #पोषण_अभियान : योजनाओं की समीक्षा बैठक में स्नेह कश्यप ने दिए सख्त निर्देश — शौचालय और पानी की सुविधा पर भी जताई चिंता
- सभी CDPO और महिला पर्यवेक्षिकाएं रही मौजूद बैठक में।
- पोषण अभियान, मातृ वंदना, किशोरी समृद्धि जैसी योजनाओं की हुई समीक्षा।
- पोषण ट्रैकर ऐप, आधार सत्यापन और THR वितरण की प्रगति पर चर्चा।
- साफ-सफाई, पेयजल और शौचालय सुविधा सुधारने का मिला निर्देश।
- लक्ष्य आधारित और समयबद्ध क्रियान्वयन की चेतावनी अफसरों को।
योजनाओं के प्रति लापरवाही नहीं चलेगी, समयबद्ध क्रियान्वयन जरूरी
गिरिडीह जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती स्नेह कश्यप ने स्पष्ट कर दिया है कि महिला और बाल विकास से जुड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन में अब कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने विभागीय समीक्षा बैठक में सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (CDPO) और महिला पर्यवेक्षिकाओं को निर्देश दिए कि सभी योजनाएं समयबद्ध और लक्ष्य के अनुरूप 100% क्रियान्वित होनी चाहिए।
किस-किस योजना की हुई समीक्षा?
बैठक में जिन योजनाओं की समीक्षा की गई, उनमें शामिल थीं:
- पोषण अभियान: कुपोषण के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकार की समेकित पहल।
- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना: गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता देने की योजना।
- किशोरी समृद्धि योजना: किशोरियों के सशक्तिकरण से जुड़ी कल्याणकारी पहल।
- पोषण ट्रैकर ऐप: लाभार्थियों के आंकड़ों की निगरानी और वास्तविक समय पर जानकारी।
इसके अलावा आंगनवाड़ी केंद्रों की कार्यप्रणाली, लाभार्थियों का आधार सत्यापन, और THR (Take Home Ration) वितरण जैसे अहम बिंदुओं पर भी सघन चर्चा की गई।
सुविधाओं की स्थिति पर जताई चिंता
श्रीमती स्नेह कश्यप ने आंगनवाड़ी केंद्रों की साफ-सफाई, शौचालय की उपलब्धता, और पेयजल की स्थिति पर चिंता जताई और इन बुनियादी जरूरतों को प्राथमिकता से सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने अफसरों को चेताया कि केवल कागजी कार्रवाई से काम नहीं चलेगा, जमीनी हकीकत में बदलाव लाना होगा।
समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती स्नेह कश्यप ने कहा: “हर योजना का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, यह हमारी जिम्मेदारी है। अब समयबद्ध और प्रभावी क्रियान्वयन के बिना कोई बहाना स्वीकार नहीं किया जाएगा।”
न्यूज़ देखो: योजनाओं का असर तभी जब ज़मीनी स्तर पर हो ईमानदारी
सरकारी योजनाएं तभी सफल होंगी जब उन्हें जिम्मेदारी और पारदर्शिता के साथ लागू किया जाए। गिरिडीह में समाज कल्याण विभाग की यह पहल लापरवाह अफसरशाही को चेतावनी भी है और एक सकारात्मक पहल भी। अगर हर जिले में इसी तरह नियमित निगरानी और समीक्षा हो, तो महिला और बाल कल्याण योजनाएं वास्तव में समाज में बदलाव ला सकती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सकारात्मक सोच से ही होगा विकास
हर योजना तभी सार्थक होगी जब समाज भी सजग और भागीदारी वाला बने। अगर आप किसी योजना के लाभार्थी हैं और सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, तो प्रशासन से संपर्क करें। यह खबर अपने गांव, टोले और महिलाओं के समूहों में जरूर साझा करें, ताकि कोई भी लाभ से वंचित न रह जाए।