#लातेहार #वन्यप्राणीसप्ताह : बेतला पलामू व्याघ्र रिज़र्व क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण संदेश के साथ फुटबॉल प्रतियोगिता आयोजित।
- बेतला पलामू व्याघ्र रिज़र्व क्षेत्र में वन्य प्राणी सप्ताह पर फुटबॉल मैच का आयोजन।
- प्रभारी वनपाल रामकुमार सिंह, संतोष कुमार और शशांक पाण्डे ने खिलाड़ियों से परिचय लिया और उन्हें खेल के महत्व पर मार्गदर्शन दिया।
- इडीसी अध्यक्ष साजीद अंसारी और पंचायत समिति सदस्य विनोद यादव को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
- ग्रामीणों और वनरक्षियों की उपस्थिति में खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्ण भागीदारी की।
- कार्यक्रम में जल, जंगल, जमीन और वन्य जीवों के संरक्षण का संदेश दिया गया।
वन्य प्राणी सप्ताह के अवसर पर बेतला पलामू व्याघ्र रिज़र्व क्षेत्र में आयोजित फुटबॉल टूर्नामेंट ने खेल और पर्यावरण संरक्षण का अनूठा संगम प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता में क्षेत्र के कई गांवों के खिलाड़ी भाग लेने के लिए आए और उत्साहपूर्वक मुकाबला किया। आयोजन का उद्देश्य न केवल खेल को बढ़ावा देना था, बल्कि युवाओं और ग्रामीणों में जल, जंगल, जमीन और वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा करना भी था।
आयोजकों और अतिथियों का संदेश
कार्यक्रम में प्रभारी वनपाल रामकुमार सिंह, संतोष कुमार और शशांक पाण्डे ने खिलाड़ियों से परिचय लिया और खेल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि खेल से शारीरिक और मानसिक विकास होता है और यही ऊर्जा हमें पर्यावरण संरक्षण के लिए उपयोग करनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि हम जल, जंगल, जमीन और वन्य जीवों की रक्षा करेंगे तभी शुद्ध हवा और पानी मिलेगा।
प्रभारी वनपाल रामकुमार सिंह ने कहा: “जंगल और जानवरों को बचाना हमारा कर्तव्य है। यदि समय रहते पेड़-पौधे नहीं लगाए और जंगलों का संरक्षण नहीं किया, तो आने वाले जीवन में मनुष्य के लिए जीना मुश्किल हो जाएगा।”
इसी अवसर पर इडीसी अध्यक्ष साजीद अंसारी और बेतला पंचायत समिति सदस्य विनोद यादव को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने युवाओं के उत्साह और खेल में भागीदारी की सराहना की।
खिलाड़ियों और ग्रामीणों की भागीदारी
प्रतियोगिता में क्षेत्र के कई गांवों के खिलाड़ियों ने भाग लिया। ग्रामीण और वनरक्षियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और प्रभावशाली बनाया। खिलाड़ियों ने मैच में खेल भावना का परिचय दिया और प्रतियोगिता के दौरान पर्यावरण के महत्व को ध्यान में रखते हुए खेल को उत्साहपूर्वक खेला।
पंचायत समिति सदस्य विनोद यादव ने कहा: “इस तरह के आयोजनों से न केवल खेल को बढ़ावा मिलता है बल्कि युवाओं में पर्यावरण संरक्षण की भावना भी जागृत होती है।”
कार्यक्रम के दौरान बच्चों और युवाओं को जल, जंगल, जमीन और वन्य जीवों की रक्षा का संकल्प दिलाया गया। आयोजकों ने सभी से आग्रह किया कि वे अपने घरों, स्कूलों और गांवों में अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाएं और वन्य जीवन का संरक्षण करें।

न्यूज़ देखो: खेल के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश
बेतला में आयोजित यह टूर्नामेंट दिखाता है कि खेल केवल मनोरंजन का साधन नहीं बल्कि समाज और प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी का संदेश भी दे सकता है। युवाओं को खेल के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का महत्व समझाना एक सराहनीय प्रयास है।
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खेल और पर्यावरण के प्रति जागरूक बनें
युवाओं की भागीदारी और ग्रामीणों का सहयोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाने का मजबूत माध्यम है। अपने गांव और शहर में पेड़-पौधे लगाएं, जल और जंगल की रक्षा करें। अपनी राय कमेंट में साझा करें, इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें और आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित पर्यावरण सुनिश्चित करने में सक्रिय योगदान दें।