
#बासुकीनाथ #श्रावणीमेला : भक्तों के लिए प्रशासन की अनोखी पहल—सुगम जलार्पण और सुरक्षित दर्शन
- बासुकीनाथ धाम में प्रशासन ने बनाया जलार्पण काउंटर।
- श्रावणी मेला में भीड़ प्रबंधन के लिए यह सुविधा शुरू।
- टीवी स्क्रीन पर जलार्पण प्रक्रिया का लाइव प्रसारण।
- सुरक्षा बल, सफाईकर्मी, और मेला कर्मियों की तैनाती।
- श्रद्धालुओं को मिल रहा है आराम और संतोष का अनुभव।
श्रावणी मेले के दौरान बासुकीनाथ धाम में उमड़ रही भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए एक विशेष पहल की है। प्रशासन द्वारा बनाए गए जलार्पण काउंटर श्रद्धालुओं को बिना लंबी कतार में खड़े हुए बाबा पर जल अर्पित करने का अवसर प्रदान कर रहे हैं। इस व्यवस्था से न केवल समय की बचत हो रही है, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए श्रद्धा और संतोष का अद्भुत अनुभव भी जुड़ रहा है।
क्यों जरूरी थी जलार्पण काउंटर की व्यवस्था?
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2025 में लाखों श्रद्धालु हर दिन बाबा बासुकीनाथ के दर्शन के लिए आते हैं। भीड़ के कारण जलार्पण करने में कठिनाई होती थी, जिससे भक्तों को असुविधा और थकान का सामना करना पड़ता था। इसी चुनौती को देखते हुए जिला प्रशासन ने जलार्पण काउंटर जैसी सुव्यवस्थित और नवाचारपूर्ण सुविधा लागू की है।
कैसे काम कर रहे हैं जलार्पण काउंटर?
इन काउंटरों के जरिए श्रद्धालु अपना जल जमा कर सकते हैं, जिसे निर्धारित प्रक्रिया से बाबा पर अर्पित किया जाता है। खास बात यह है कि इस पूरी प्रक्रिया को बड़े टीवी स्क्रीन पर लाइव दिखाया जा रहा है, जिससे भक्तों को ऐसा अनुभव होता है जैसे वे स्वयं जलार्पण कर रहे हों। यह सुविधा विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं के लिए उपयोगी है जो लंबी कतार में खड़े नहीं हो सकते।
सुरक्षा और सफाई पर विशेष ध्यान
इन काउंटरों पर भीड़ प्रबंधन के लिए सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। सफाईकर्मी और मेला कर्मी लगातार सेवा में लगे रहते हैं ताकि परिसर स्वच्छ और सुरक्षित बना रहे। प्रशासन ने बताया कि इस व्यवस्था के तहत किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को रोकने के लिए सतर्कता के सभी मानक अपनाए गए हैं।
उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने कहा: “बासुकीनाथ आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को सुगमता से बाबा पर जलार्पण का अवसर मिले, यह जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जलार्पण काउंटर सुविधा इसी सोच का साकार रूप है।”
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया और अनुभव
श्रद्धालुओं ने इस पहल की सराहना की है। उनका कहना है कि इस सुविधा से उन्हें मन की शांति मिली है और वे बिना किसी परेशानी के बाबा पर जल चढ़ाने का अनुभव कर रहे हैं। बड़ी संख्या में भक्त प्रतिदिन इन काउंटरों का लाभ उठा रहे हैं, जिससे श्रावणी मेला और भी अनुशासित और श्रद्धामय हो गया है।

न्यूज़ देखो: श्रद्धा और व्यवस्था का सुंदर संगम
न्यूज़ देखो का मानना है कि बासुकीनाथ धाम में जलार्पण काउंटर जैसी व्यवस्था न केवल भक्तों के लिए राहत लेकर आई है, बल्कि प्रशासन की संवेदनशीलता और नवाचार की मिसाल भी है। ऐसी पहलें भीड़भाड़ वाले धार्मिक आयोजनों में अनुशासन और श्रद्धा का संतुलन बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बदलाव की दिशा में एक और कदम
श्रद्धा और सुविधा का यह संगम बताता है कि जब प्रशासन और समाज मिलकर सोचते हैं, तो समाधान संभव है। अब समय है कि हम इस तरह की सकारात्मक पहलों को आगे बढ़ाएं। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि और लोग भी जागरूक हो सकें।