
#बिशुनपुर #वन्यजीवसंघर्ष : भालू के हमले में घायल वृद्ध को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मिली वन विभाग से आर्थिक मदद
- ग्राम जालिम, बिशुनपुर के निवासी 57 वर्षीय सोमरा ऊरॉव पर भालू ने हमला कर दिया।
- उन्हें गंभीर चोटें आईं और इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) बिशुनपुर में भर्ती कराया गया।
- 14 सितंबर 2025 को वन विभाग ने CHC में ही उन्हें सहायता राशि प्रदान की।
- विभाग की यह पहल मानव और वन्यजीव संघर्ष पीड़ितों को राहत देने के उद्देश्य से की गई।
- सहायता राशि मिलने से सोमरा ऊरॉव को आर्थिक बोझ से राहत और इलाज में सहूलियत मिली।
- वन विभाग ने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी इस तरह के मामलों में मदद जारी रहेगी।
बिशुनपुर प्रखंड के ग्राम जालिम में रहने वाले 57 वर्षीय सोमरा ऊरॉव, पिता बुधवा ऊरॉव, पर बीते दिनों भालू ने अचानक हमला कर दिया था। इस हमले में सोमरा गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों की मदद से उन्हें तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) बिशुनपुर में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। इसी दौरान, 14 सितंबर 2025, रविवार को वन विभाग ने अस्पताल में पहुंचकर उन्हें सहायता राशि प्रदान की।
वन विभाग की पहल
वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार की आर्थिक सहायता का उद्देश्य मानव और वन्यजीवों के बीच होने वाले संघर्ष की घटनाओं में पीड़ित व्यक्तियों को राहत पहुंचाना है। विभाग का मानना है कि ऐसी पहल न केवल पीड़ित परिवारों को संबल देती है बल्कि समाज और वन्यजीवों के बीच संतुलन और सह-अस्तित्व की भावना को भी मजबूत करती है।
वन विभाग के अधिकारी ने कहा: “हमारा प्रयास है कि क्षेत्र में वन्यजीव संघर्ष के शिकार लोगों को तत्काल राहत दी जाए ताकि वे कठिन समय में आर्थिक और मानसिक मजबूती पा सकें।”
सोमरा ऊरॉव की स्थिति
भालू के हमले में घायल सोमरा ऊरॉव की स्थिति अब स्थिर है। डॉक्टरों के अनुसार उन्हें उचित इलाज और देखभाल मिल रही है। वन विभाग से मिली सहायता राशि ने उनके परिवार को आर्थिक बोझ से काफी राहत दी है। अब वे बिना चिंता के अपने इलाज पर ध्यान केंद्रित कर पा रहे हैं।
आगे की कार्रवाई
वन विभाग ने भरोसा दिलाया है कि इस प्रकार के मामलों में भविष्य में भी तत्परता से सहायता दी जाएगी। विभाग की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि ग्रामीणों और वन्यजीवों के बीच संघर्ष की घटनाएं कम हों और शांतिपूर्ण सहअस्तित्व को बढ़ावा मिले। इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम और सुरक्षा उपायों को और सशक्त बनाने की योजना भी बनाई जा रही है।
न्यूज़ देखो: वन्यजीव संघर्ष में संवेदनशील पहल
भालू हमले के बाद घायल सोमरा ऊरॉव को आर्थिक मदद देकर वन विभाग ने यह साबित किया है कि प्रशासन केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि जरूरत पड़ने पर पीड़ितों के साथ खड़ा भी है। यह पहल अन्य राज्यों के लिए भी उदाहरण बन सकती है, जहां मानव-वन्यजीव संघर्ष अक्सर ग्रामीणों की जिंदगी पर भारी पड़ता है।
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जागरूक रहें और सह-अस्तित्व अपनाएं
वन्यजीव हमारे पर्यावरण का अहम हिस्सा हैं। यदि हम सतर्क और जागरूक रहें, तो संघर्ष की घटनाओं को कम किया जा सकता है। अपनी राय कमेंट में साझा करें, इस खबर को गांव-गांव पहुंचाएं और मानव व वन्यजीव के बीच संतुलन बनाने की जिम्मेदारी निभाएं।