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वन विभाग की रोक से ठप पड़ा सड़क निर्माण: लात पंचायत में कीचड़ से जूझ रहे ग्रामीण और यात्री

#बरवाडीह #सड़कसमस्या : वन विभाग की रोक से अधूरी सड़क पर बस और पुलिस वाहन फंसे, ग्रामीण परेशान

बरवाडीह प्रखंड के लात पंचायत की मुख्य सड़क पर स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि यहां से गुजरना अब लोगों के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं रहा। वन विभाग की रोक के चलते करीब एक साल से सड़क का निर्माण अधूरा पड़ा है। बारिश के मौसम में सड़क कीचड़ से लबालब हो जाती है, जिसके कारण बस, पुलिस वाहन और अन्य गाड़ियां फंसकर घंटों तक यातायात ठप कर देती हैं। बुधवार और गुरुवार को इसी कीचड़ में एक यात्री बस और पुलिस पिकेट का वाहन फंस गए, जिन्हें जेसीबी की मदद से निकाला गया। इस दौरान पांच से सात घंटे तक यातायात बाधित रहा।

सड़क निर्माण की अधूरी कहानी

जानकारी के अनुसार, लात पंचायत के टोंगारी पिकेट से सात किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य टेंडर के तहत एक ठेकेदार को सौंपा गया था। इसमें से लगभग तीन किलोमीटर तक सड़क बनी, लेकिन शेष चार किलोमीटर सड़क पर वन विभाग ने रोक लगा दी। विभाग का कहना है कि यह हिस्सा वन भूमि से गुजरता है, जिस कारण निर्माण पर रोक लगाई गई।

कीचड़ में फंस रहे वाहन और दिक्कतें

लगातार बारिश के चलते सड़क दलदल का रूप ले चुकी है। कई बार गाड़ियां इतनी गहराई तक फंस जाती हैं कि ट्रैक्टर भी उन्हें बाहर नहीं निकाल पाते। गुरुवार को तो हालात ऐसे बने कि पुलिस वाहन को ट्रैक्टर से बाहर नहीं निकाला जा सका, इसके बाद जेसीबी मशीन मंगवानी पड़ी।

प्रमुख सुशीला देवी का बयान

प्रमुख सुशीला देवी का घर भी इसी पंचायत में है। वे खुद इस समस्या का सामना कर रही हैं। नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि यह सड़क बरवाडीह आने-जाने का मुख्य मार्ग है और इसके खराब होने से आम जनता त्रस्त है।

सुशीला देवी ने कहा: “वन विभाग के कारण सड़क निर्माण अटका पड़ा है। इस सड़क कीचड़मय स्थिति से ग्रामीण और यात्री हर दिन परेशान हैं। जल्द से जल्द निर्माण कार्य दोबारा शुरू होना चाहिए।”

ग्रामीणों की आवाज

ग्रामीणों का कहना है कि वे लंबे समय से जनप्रतिनिधियों से ठोस पहल करने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। बरसात में कीचड़ और गर्मी में धूल की समस्या ने उनका जीना मुश्किल कर दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर समय रहते समाधान नहीं किया गया तो वे बड़े आंदोलन की राह पकड़ेंगे।

न्यूज़ देखो: अधूरी सड़क विकास की राह में रोड़ा

यह मामला बताता है कि कैसे विभागीय अड़चनें ग्रामीणों की जिंदगी को प्रभावित करती हैं। सड़क अधूरी रहने से न सिर्फ यातायात बाधित होता है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार तक की पहुंच कठिन हो जाती है। अब प्रशासन को वन विभाग के साथ समन्वय बनाकर जल्द समाधान निकालना होगा।

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सड़क बनेगी तभी जीवन आसान होगा

लात पंचायत के ग्रामीणों की यह परेशानी विकास की बुनियादी जरूरतों पर सवाल खड़ा करती है। अब समय है कि जनप्रतिनिधि और प्रशासन मिलकर इस सड़क को पूरा कर लोगों की तकलीफ दूर करें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि जिम्मेदार अधिकारी तक आपकी आवाज पहुंचे।

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