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गारू में 11 फीट लंबा अजगर पकड़ने में वन विभाग की सफलता, ग्रामीणों में राहत

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#गारू #Wildlife : पहाड़कोचा गांव में सनसनी, वन विभाग ने सुरक्षित जंगल में छोड़ा विशाल अजगर
  • 11 फीट लंबा और करीब 20 किलो वजनी अजगर ग्रामीणों के घर के पास मिला।
  • वन विभाग की टीम ने सफल रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा।
  • रेस्क्यू ऑपरेशन में ग्रामीणों ने भी निभाई महत्वपूर्ण भूमिका।
  • फॉरेस्टर परमजीत तिवारी ने साँपों के पर्यावरणीय महत्व पर दी जानकारी।
  • वन विभाग ने अपील की—साँप न मारें, सुरक्षित दूरी बनाकर विभाग को सूचित करें।

अजगर दिखते ही गांव में मचा हड़कंप

लातेहार जिले के गारू प्रखंड के मायापुर पंचायत अंतर्गत पहाड़कोचा गांव में शनिवार सुबह एक विशाल अजगर दिखने से हड़कंप मच गया। यह अजगर करीब 11 फीट लंबा और लगभग 20 किलो वजनी था। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान भुनेश्वर सिंह के घर के पास यह अजगर दिखाई दिया, जिसके बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

वन विभाग की त्वरित कार्रवाई

सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सावधानीपूर्वक रेस्क्यू अभियान चलाया। इंचार्ज फॉरेस्टर परमजीत तिवारी के नेतृत्व में अमन गुप्ता, कृष्णा सिंह, लक्ष्मण यादव (ट्रैकर) सहित टीम ने स्थानीय ग्रामीणों—शेरा गुप्ता, पवन गुप्ता और आकाश गुप्ता की मदद से अजगर को सुरक्षित पकड़ लिया
टीम ने अजगर को बीसी-12 के घने जंगल में छोड़ा, जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।

पर्यावरण संतुलन में साँपों का महत्व

फॉरेस्टर परमजीत तिवारी ने बताया कि साँप पर्यावरण के लिए बेहद जरूरी होते हैं

“साँप चूहे और कीटों का शिकार कर फसलों की रक्षा करते हैं। यह खाद्य श्रृंखला को संतुलित रखते हैं और कई अन्य जानवरों के लिए भोजन का स्रोत होते हैं। साँपों से बनी दवाइयाँ जीवन रक्षक साबित होती हैं। जहाँ साँप पाए जाते हैं, वह क्षेत्र जैविक रूप से समृद्ध माना जाता है।”

उन्होंने कहा कि लोगों को किसी भी वन्यजीव को देखकर घबराने के बजाय तुरंत विभाग को सूचना देनी चाहिए, ताकि जानवर को सुरक्षित जंगल में छोड़ा जा सके।

वन विभाग की सावधानी भरी अपील

वन विभाग ने जनता से अपील की है:

  • साँप को न मारें, सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
  • किसी भी वन्यजीव के दिखने पर शांति बनाए रखें और तुरंत विभाग को सूचित करें।
  • जंगल में प्रवेश करते समय सतर्क रहें, खासकर बरसात में क्योंकि भालू और अन्य वन्यजीव अधिक सक्रिय रहते हैं।
  • बच्चों और बुजुर्गों को अकेले जंगल में न भेजें।

गौरतलब है कि गुरुवार और शुक्रवार को बारेसाढ़ क्षेत्र के जंगलों में भी साँपों का सफल रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया था

न्यूज़ देखो: इंसानों और वन्यजीवों के बीच संतुलन जरूरी

गारू की यह घटना हमें याद दिलाती है कि वन्यजीव हमारे पर्यावरण का अहम हिस्सा हैं और उनका संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है। वन विभाग और ग्रामीणों की त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर साबित किया कि सहयोग से ही जीवन और प्रकृति के बीच संतुलन बनाए रखा जा सकता है
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

मिलकर करें प्रकृति की रक्षा

हम सबका कर्तव्य है कि वन्यजीवों की सुरक्षा में वन विभाग का सहयोग करें और जागरूकता फैलाएं। इस खबर को शेयर करें और अपनी राय कमेंट में लिखें, ताकि अधिक लोग प्रकृति संरक्षण के महत्व को समझ सकें।

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