
#बरवाडीह #दुर्गापूजा : बैठक में सर्वसम्मति से हुआ चयन, भव्य और शांतिपूर्ण आयोजन का लिया गया संकल्प
- सरईडीह पश्चिम मुहल्ला शिव मंदिर प्रांगण में हुई बैठक।
- मनोज मांझी बने दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष।
- उपाध्यक्ष कमलेश प्रजापति, सचिव तेजन बैठा, कोषाध्यक्ष रामनारायण प्रसाद और कौशलेंद्र राम।
- आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रम, सुरक्षा और स्वच्छता पर रहेगा जोर।
- ग्रामीणों ने कहा दुर्गा पूजा सिर्फ उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक एकता का प्रतीक।
बरवाडीह (लातेहार)। सरईडीह पश्चिम मुहल्ला शिव मंदिर प्रांगण में रविवार देर शाम दुर्गा पूजा को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता मुखिया बुद्धेश्वर सिंह ने की, जिसमें ग्रामीणों और समिति सदस्यों की उपस्थिति रही।
समिति गठन और जिम्मेदारियाँ
बैठक में सर्वसम्मति से मनोज मांझी को समिति का अध्यक्ष चुना गया। वहीं कमलेश प्रजापति को उपाध्यक्ष, तेजन बैठा और उमेश मांझी को सचिव, तथा रामनारायण प्रसाद और कौशलेंद्र राम कोषाध्यक्ष बनाए गए। इसके अलावा राजेंद्र कुमार, विशाल कुमार, बुद्धेश्वर सिंह, अर्जुन राम और विजय प्रसाद को मुख्य संरक्षक की जिम्मेदारी दी गई।
भव्य और शांतिपूर्ण आयोजन का संकल्प
मुखिया बुद्धेश्वर सिंह ने कहा कि इस वर्ष भी दुर्गा पूजा पूरे हर्षोल्लास और परंपरागत श्रद्धा के साथ मनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि पूजा के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, धार्मिक अनुष्ठान और सामुदायिक सहयोग को प्राथमिकता दी जाएगी।
श्रद्धालुओं की सुविधा पर विशेष ध्यान
बैठक में पंडाल की सजावट, सुरक्षा व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ठोस कदम उठाने पर चर्चा हुई। यह भी सुनिश्चित किया गया कि पूरे आयोजन में स्वच्छता और शांति बनी रहे।
ग्रामीणों का योगदान और भावना
मौके पर उपस्थित ग्रामीणों और समिति पदाधिकारियों ने आयोजन को सफल बनाने का संकल्प लिया। ग्रामीणों का कहना था कि दुर्गा पूजा सिर्फ धार्मिक उत्सव नहीं बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का प्रतीक है। इसलिए इसे भव्य और यादगार बनाने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है।
न्यूज़ देखो: परंपरा और एकता का पर्व
दुर्गा पूजा केवल आराधना का समय नहीं, बल्कि सामाजिक मेल-जोल और भाईचारे की मिसाल है। सरईडीह पश्चिम मुहल्ला की यह पहल स्थानीय संस्कृति और सामुदायिक एकता को नई दिशा देने वाली साबित होगी।
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दुर्गा पूजा में सबका साथ सबका योगदान
सामाजिक सहयोग और आपसी एकजुटता ही किसी भी आयोजन को सफल बनाती है। अब समय है कि हम सब मिलकर दुर्गा पूजा को भव्य बनाएं और अपनी संस्कृति को मजबूत करें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि सामूहिक सहभागिता और प्रेरणा और बढ़े।