#लातेहार #खाद्यान_गबन : बरवाडीह प्रखंड के पूर्व एजीएम सर्वेश सिंह को 586 क्विंटल खाद्यान्न गबन के आरोप में लातेहार से गिरफ्तार किया गया
- बरवाडीह प्रखंड के पूर्व एजीएम एवं पंचायत सेवक सर्वेश सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
- मामला बरवाडीह थाना कांड संख्या 30/25/2025 के तहत दर्ज था, प्राथमिकी 30 मई 2025 को दर्ज की गई थी।
- आरोप है कि 1 मार्च 2024 से 31 दिसंबर 2024 के बीच उन्होंने मिड-डे मील और पीटीजी योजनाओं से कुल 586 क्विंटल खाद्यान्न का गबन किया।
- गिरफ्तारी बरवाडीह थाना प्रभारी अनूप कुमार और सब-इंस्पेक्टर राजन अधिकारी की टीम ने की।
- लातेहार बीडीओ मनोज तिवारी ने गिरफ्तारी के बावजूद उन्हें दो अन्य पंचायतों का अतिरिक्त प्रभार सौंपा था, जिस पर सवाल उठ रहे हैं।
- सर्वेश सिंह पर इससे पहले भी परसही पंचायत में अनियमितताओं के आरोप लग चुके हैं।
बरवाडीह में 586 क्विंटल खाद्यान्न गबन मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पूर्व एजीएम और लातेहार प्रखंड की तरवाडीह पंचायत के पंचायत सेवक सर्वेश सिंह को गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी से जिले में चर्चा तेज हो गई है क्योंकि यह मामला काफी समय से सुर्खियों में रहा था। जानकारी के अनुसार, बरवाडीह थाना प्रभारी अनूप कुमार और सब-इंस्पेक्टर राजन अधिकारी अपनी टीम के साथ लातेहार प्रखंड कार्यालय पहुंचे और वहां से सर्वेश सिंह को हिरासत में लिया।
प्राथमिकी और आरोपों का विवरण
इस मामले में बरवाडीह के प्रभारी एमओ रामनाथ यादव के निर्देश पर उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने 30 मई 2025 को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोप है कि सर्वेश सिंह ने 1 मार्च 2024 से 31 दिसंबर 2024 तक एजीएम पद पर रहते हुए मिड-डे मील (एमडीएम) और पीटीजी जैसी योजनाओं से कुल 586 क्विंटल खाद्यान्न का गबन किया।
थाना प्रभारी अनूप कुमार ने कहा: “सर्वेश सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और मामले की गहन जांच जारी है।”
सूत्रों के अनुसार, इस पूर्व एजीएम ने परसही पंचायत में पंचायत सेवक रहते हुए भी कई अनियमितताओं को अंजाम दिया था। वहीं, लातेहार बीडीओ मनोज तिवारी द्वारा गिरफ्तारी के बावजूद उन्हें दो अन्य पंचायतों का अतिरिक्त प्रभार सौंपना प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल खड़े करता है।
गिरफ्तारी और जांच की प्रक्रिया
गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूरे मामले की गहन जांच में जुट गई है। इसमें यह स्पष्ट किया जा रहा है कि किस तरह से सर्वेश सिंह ने खाद्यान्न का गबन किया और किन अन्य अधिकारियों की भूमिका रही। प्रशासन ने सभी संबंधित दस्तावेज और रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है।
सब-इंस्पेक्टर राजन अधिकारी ने कहा: “हम पूरे मामले की जांच निष्पक्ष और सटीक तरीके से कर रहे हैं। किसी भी पक्ष के साथ कोई समझौता नहीं होगा।”
यह गिरफ्तारी बरवाडीह और लातेहार के लिए बड़ी खबर बन गई है। स्थानीय लोग इस कार्रवाई से संतुष्ट हैं और उम्मीद जताते हैं कि जल्द ही अन्य जिम्मेदार अधिकारियों और दोषियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
न्यूज़ देखो: बरवाडीह में खाद्यान्न गबन मामले में पूर्व एजीएम की गिरफ्तारी ने प्रशासनिक जवाबदेही को उजागर किया
यह घटना दर्शाती है कि गंभीर आरोपों के बावजूद अधिकारियों को अतिरिक्त जिम्मेदारी देना प्रशासनिक कमज़ोरी को उजागर करता है। वहीं, पुलिस की कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया कि गबन और अनियमितताओं के मामलों में कार्रवाई में समय जरूर लगे लेकिन अंततः निष्पक्षता कायम रहती है।
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