
#ठेठईटांगर #मोबाइलनेटवर्कसमस्या : पूर्व मुखिया सह समाजसेवी दीपक लकड़ा ने निष्क्रिय BSNL टावर पर नाराजगी जताते हुए तत्काल जांच और सेवा बहाली की मांग की।
- कोनपाला पंचायत में लगा BSNL टावर पूरी तरह निष्क्रिय, ग्रामीणों को कोई नेटवर्क सुविधा नहीं।
- दीपक लकड़ा, पूर्व मुखिया व समाजसेवी, ने कहा— यह जनता के पैसों की बंदरबांट का मामला।
- सरकार और विभाग पर लापरवाही का आरोप – करोड़ों खर्च के बावजूद ग्रामीणों को लाभ शून्य।
- अधिकारियों से शीघ्र टावर चालू करने या व्यय की जांच कराने की मांग।
- पंचायत के ग्रामीण लंबे समय से मोबाइल नेटवर्क संकट से जूझ रहे हैं।
- संचार सुविधा के अभाव से छात्र, किसान और दैनिक उपयोगकर्ता प्रभावित।
ठेठईटांगर प्रखंड के कोनपाला पंचायत में स्थापित BSNL टावर अपनी शुरुआत से ही निष्क्रिय साबित हो रहा है, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। रविवार को पूर्व मुखिया एवं समाजसेवी दीपक लकड़ा ने टावर की खराब स्थिति पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह टावर न तो नेटवर्क दे रहा है और न ही ग्रामीणों को किसी भी प्रकार का लाभ मिल पा रहा है। इस कारण क्षेत्र में संचार सेवाओं का संकट बना हुआ है।
BSNL टावर को बताया ‘बेकार’
पूर्व मुखिया दीपक लकड़ा ने आरोप लगाया कि पंचायत में स्थापित यह BSNL टावर सिर्फ दिखावा बनकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार और संबंधित विभाग ने जनता के पैसे से इस टावर का निर्माण तो करवा दिया, लेकिन उसका संचालन सुनिश्चित नहीं किया गया।
दीपक लकड़ा ने कहा: “यह टावर पूरी तरह बेकार साबित हुआ है। आम जनता के पैसों की बंदरबांट का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है।”
लकड़ा का मानना है कि टावर का न चालू होना सरकारी योजनाओं और विभागीय कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
नेटवर्क नहीं, परेशानियां बहुत
ग्रामीण क्षेत्र होने के बावजूद मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह ठप रहने से लोगों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
- छात्र ऑनलाइन पढ़ाई या फॉर्म भरने में असमर्थ
- किसानों को मौसम, मंडी दर और सरकारी योजनाओं की सूचना नहीं
- युवाओं को डिजिटल सेवाएँ समय पर नहीं मिल पा रहीं
- आपात स्थिति में फोन कॉल करना भी मुश्किल
गांव के लोग वर्षों से नेटवर्क सुधार की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन टावर स्थापित होने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है।
खर्च की जांच की मांग
दीपक लकड़ा ने प्रशासन से आग्रह किया कि या तो BSNL इस टावर को तत्काल चालू करे या फिर इस परियोजना पर हुए खर्च की जांच कराई जाए। उन्होंने कहा कि
यदि जांच की जाए तो कई गंभीर अनियमितताएँ सामने आ सकती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जनता के टैक्स से बनने वाली परियोजनाओं का लाभ सीधे लोगों तक पहुँचना चाहिए, ना कि योजनाएँ सिर्फ कागज़ों और फाइलों में ही पूरी होती रहें।
ग्रामीणों की बढ़ती नाराजगी
ग्रामीण भी लगातार यह मांग उठाते रहे हैं कि टावर जल्द से जल्द चालू किया जाए। उनका कहना है कि टावर का निर्माण यह कहकर किया गया था कि नेटवर्क समस्या खत्म हो जाएगी, लेकिन आज तक कोई लाभ नहीं मिला।
कई ग्रामीणों ने कहा कि अगर टावर चालू नहीं हो सकता तो इसकी वजहें सार्वजनिक होनी चाहिएं।

न्यूज़ देखो: जवाबदेही की मांग अब तेज़
कोनपाला पंचायत का यह मामला सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और मॉनिटरिंग की कमी को उजागर करता है। संचार जैसी बुनियादी सुविधा के अभाव में ग्रामीण विकास बाधित होता है, और जनता के संसाधनों का दुरुपयोग गंभीर सवाल खड़े करता है। BSNL और जिला प्रशासन को इस मुद्दे पर तत्काल कदम उठाने चाहिए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जिम्मेदारी तय हो, तभी बदलेगी तस्वीर
यह घटना सिर्फ एक पंचायत की समस्या नहीं, बल्कि उन सैकड़ों ग्रामीण इलाकों का आईना है जहां योजनाएँ कागज़ पर पूरी होती हैं लेकिन जमीनी हकीकत विपरीत रहती है। जागरूक नागरिक होने के नाते हमें अपनी आवाज़ उठानी होगी, ताकि हर योजना का लाभ जन-जन तक पहुँचे।





