#खूँटी #उग्रवाद_कार्रवाई : रायकेरा और अम्मा पखना में ठेकेदारों से लेवी वसूली की योजना बनाते चार उग्रवादी दबोचे गए
- ओझा पहान उर्फ ओझा तोपनो समेत चार पीएलएफआई उग्रवादी गिरफ्तार।
- रनिया थाना क्षेत्र में छापामारी, हथियार, कारतूस, पर्चा और मोबाइल बरामद।
- ठेकेदारों और व्यापारियों से लेवी वसूली की योजना बना रहे थे सभी आरोपी।
- जिबनुस आईन्द और ओझा पहान पहले भी आगजनी और रोड रोलर जलाने के मामलों में जेल जा चुके हैं।
- डीएसपी क्रिस्टोफर केरकेटा के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम ने की बड़ी कार्रवाई।
खूँटी जिले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली जब प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के चार सक्रिय सदस्यों को 17 अगस्त 2025 को छापामारी कर गिरफ्तार किया गया। इनमें कुख्यात उग्रवादी ओझा पहान उर्फ ओझा तोपनो उर्फ बादल तोपनो उर्फ भगत शामिल है। पुलिस को सूचना थी कि यह गिरोह ठेकेदारों और व्यापारियों से लेवी वसूलने की योजना बना रहा है। गिरफ्तार आरोपियों से हथियार, गोला-बारूद, संगठन के पर्चे और कई मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना और छापामारी की योजना
पुलिस अधीक्षक खूँटी को मिली सूचना के अनुसार ओझा पहान और उसके सहयोगी रायकेरा व अम्मा पखना इलाके में सक्रिय होकर लेवी वसूली और अप्रिय घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। इस सूचना के आधार पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तोरपा क्रिस्टोफर केरकेटा के नेतृत्व में एक विशेष छापामारी दल गठित किया गया।
गिरफ्तार उग्रवादी और उनकी पहचान
पुलिस ने छापामारी में चार उग्रवादियों को दबोचा। इनमें प्रमुख है ओझा पहान (32 वर्ष), जो गुमला जिले के कामडारा थाना क्षेत्र का निवासी है। उसके साथ जिबनुस आईन्द उर्फ दढ़ियल उर्फ छोलल (31 वर्ष), जेबियर कोनगाड़ी (29 वर्ष) और संतोष कोनगाड़ी (27 वर्ष) को भी पकड़ा गया। ये सभी लंबे समय से पीएलएफआई संगठन से जुड़े हुए थे और इलाके में सक्रिय थे।
हथियार और अन्य सामान की बरामदगी
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उग्रवादियों से भारी मात्रा में हथियार और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए। इनमें एक लोडेड देशी पिस्टल, कट्टा, कारतूस, संगठन के पर्चे, दो मोबाइल फोन, तीन सिम कार्ड और पहचान पत्र शामिल हैं। इसके अलावा रोड रोलर जलाने में प्रयुक्त पेट्रोल की प्लास्टिक बोतल भी जब्त की गई।
उग्रवादियों का आपराधिक इतिहास
ओझा पहान का अपराध जगत
ओझा पहान का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। वर्ष 2023 में तोरपा थाना क्षेत्र में जेसीबी जलाने और मई 2025 में रायकेरा के पास सड़क निर्माण कार्य में लगे रोड रोलर को आग लगाने की घटनाओं में उसकी संलिप्ता रही है। इसके अलावा उस पर हत्या, आगजनी, रंगदारी, आर्म्स एक्ट और सीएलए एक्ट से जुड़े कई मामले दर्ज हैं। वह पूर्व में कई बार जेल भी जा चुका है।
जिबनुस आईन्द का रिकॉर्ड
इसी तरह जिबनुस आईन्द भी कई गंभीर मामलों में आरोपी रहा है। तोरपा थाना क्षेत्र में हिंसा और आगजनी, जरियागढ़ और कामडारा थाना क्षेत्र में आर्म्स एक्ट और रंगदारी से जुड़े केस उसके खिलाफ दर्ज हैं। वह कई बार गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
पुलिस अधिकारियों और बल की भूमिका
इस छापामारी अभियान में शामिल अधिकारियों और जवानों की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
- क्रिस्टोफर केरकेटा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, तोरपा
- अशोक कुमार सिंह, अंचल निरीक्षक, तोरपा
- विकास कुमार जायसवाल, थाना प्रभारी रनिया
- अमरजीत सिंकु, पु0अ0नि0 रनिया थाना
- टीनु कुमार, पु0अ0नि0 रनिया थाना
- अशोक कुमार महतो, स0अ0नि0 रनिया थाना
इसके अलावा सशस्त्र बल के जवानों तालकेश्वर यादव, रिमियुस केरकेटा, आसियन जोजों, अनुप लकड़ा और सोकेन पिकेट के जवानों ने सक्रिय योगदान दिया।
क्षेत्र में फैली राहत और असर
इस गिरफ्तारी से ठेकेदारों और व्यापारियों ने राहत की सांस ली है। लंबे समय से पीएलएफआई उग्रवादी उन्हें निशाना बना रहे थे और विकास कार्यों में बाधा डाल रहे थे। पुलिस की सख्त कार्रवाई ने इलाके में सुरक्षा का माहौल मजबूत किया है और उग्रवादियों के नेटवर्क को कमजोर किया है।
न्यूज़ देखो: उग्रवाद के खिलाफ पुलिस का निर्णायक कदम
इस कार्रवाई से साबित होता है कि खूँटी पुलिस उग्रवाद के खिलाफ सजग और प्रतिबद्ध है। लगातार छापेमारी और गिरफ्तारी की कार्रवाई से संगठन की जड़ें कमजोर हो रही हैं। जरूरत है कि जनता भी पुलिस का सहयोग करे और ऐसी गतिविधियों की सूचना तुरंत साझा करे।
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उग्रवाद मुक्त समाज की दिशा में कदम
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