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बिजली गिरने और बारिश की चेतावनी से अलर्ट मोड में गढ़वा समेत चार जिले

#झारखंड #WeatherAlert : अगले तीन घंटे भारी — IMD रांची और आपदा प्रबंधन ने जारी की चेतावनी

प्रभावित जिलों में गरज-चमक और वज्रपात की चेतावनी

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) रांची और आपदा प्रबंधन प्रभाग, झारखंड सरकार की ओर से जारी चेतावनी में कहा गया है कि आने वाले तीन घंटों में झारखंड के चतरा, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा और कोडरमा जिलों के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने, मौसम के अचानक बिगड़ने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही तेज सतही हवाएं 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं, जिससे जन-जीवन प्रभावित हो सकता है।

ग्रामीण इलाकों में विशेष सतर्कता की जरूरत

विशेषकर ग्रामीण इलाकों में काम कर रहे किसान, मजदूर, स्कूल जाने वाले बच्चे और खुले स्थानों में मौजूद लोग इस समय ज्यादा जोखिम में हैं। बिजली गिरने की संभावना को देखते हुए खुले खेत, पेड़ों के नीचे, खुले मैदान, ऊंची इमारतों के छत आदि से दूर रहने की सख्त सलाह दी गई है।

आपदा प्रबंधन प्रभाग के एक अधिकारी ने कहा: “लोग मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें और तुरंत सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। खासकर बिजली गिरने की घटनाओं में जान-माल की हानि से बचाव के लिए सावधानी जरूरी है।”

प्रशासन अलर्ट पर, स्थानीय इकाइयों को निर्देश

इन चारों जिलों में जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। पंचायत स्तर तक चेतावनी का संचार किया जा रहा है ताकि आमजन सुरक्षित रह सकें। विद्यालयों और सार्वजनिक संस्थानों को भी अलर्ट किया गया है कि वे अगले कुछ घंटों तक बच्चों और कर्मियों को खुले में न भेजें।

IMD रांची : “यह एक तात्कालिक चेतावनी है, जो अगले तीन घंटे के लिए है। ऐसे मौसमीय बदलाव मानसून की सक्रियता और स्थानीय वायुमंडलीय अस्थिरता के कारण होते हैं।”

न्यूज़ देखो: सजग नागरिकता से ही बचाव संभव

इस तरह की चेतावनियां सिर्फ प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक की सजगता और सतर्कता भी बेहद जरूरी है। न्यूज़ देखो मानता है कि अगर हम समय रहते जानकारी को गंभीरता से लें, और उसका पालन करें, तो किसी भी आपदा को बहुत हद तक रोका जा सकता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

सावधानी से ही सुरक्षित रहेगा समाज

प्राकृतिक आपदाओं को रोका नहीं जा सकता, लेकिन सजग नागरिकता, समूह चेतना, और स्थानीय सतर्कता से इनके असर को कम किया जा सकता है। आप भी अपने दोस्तों, परिवार और गांववालों को इस चेतावनी की जानकारी दें।
इस लेख को शेयर करें, कमेंट करें और सजगता फैलाएं।

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