
#बरवाडीह #सड़कदुर्घटना : कुटमू चौंक के पास तीन कोनिया मोड़ पर दो बाइकों की भिड़ंत में चार लोग गंभीर घायल हुए—पुलिस ने दोनों वाहन जब्त कर जांच शुरू की
- कुटमू चौंक के पास दो बाइकों की टक्कर में चार लोग गंभीर रूप से घायल।
- घायलों में उत्तम प्रसाद, बब्लू परहिया, श्रवण परहिया, और बब्लू परहिया का साला शामिल।
- बरवाडीह पुलिस और ग्रामीणों की मदद से घायलों को मेदिनीनगर अस्पताल भेजा गया।
- घटना के बाद पुलिस ने दोनों बाइक जब्त कर जांच शुरू की।
- ग्रामीणों के अनुसार पीछे से आ रही पल्सर बाइक ने आगे जा रहे उत्तम प्रसाद को टक्कर मारी।
बरवाडीह–मेदिनीनगर मुख्य मार्ग पर स्थित कुटमू चौंक के समीप गुरुवार शाम एक गंभीर सड़क हादसा हुआ जिसमें दो बाइकों की आमने-सामने नहीं बल्कि एक दिशा से आ रही गाड़ियों की तेज रफ्तार टक्कर में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस के साथ मिलकर सभी घायलों को मेदिनीनगर हॉस्पिटल पहुंचाया। घायलों में कुटमू निवासी उत्तम प्रसाद, केचकी परहिया टोला के बब्लू परहिया, श्रवण परहिया और बब्लू परहिया का साला शामिल हैं। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों बाइकों को अपने कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुआ हादसा: ग्रामीणों ने बताई पूरी घटना
गुरुवार शाम जब उत्तम प्रसाद अपनी बाइक से कुटमू की ओर जा रहे थे, उसी दौरान पीछे से तेज गति में आ रही एक पल्सर बाइक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों बाइकें एक ही दिशा से आ रही थीं और मोड़ के निकट अचानक भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों बाइकों पर सवार चारों लोग सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस और ग्रामीणों की तत्परता से बची कई जानें
हादसे की जानकारी मिलते ही बरवाडीह पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। ग्रामीण पहले से ही घायलों को संभालने में जुटे थे। पुलिस ने बिना देरी किए एंबुलेंस की व्यवस्था करवाई और सभी घायलों को मेदिनीनगर अस्पताल भेज दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि टक्कर के बाद कुछ देर तक सड़क पर अफरा-तफरी की स्थिति बन गई थी, लेकिन समय रहते दी गई मदद से घायलों को राहत मिली।
पुलिस ने जब्त की दोनों बाइक, जांच शुरू
बरवाडीह थाना पुलिस ने घटनास्थल से दोनों बाइकों को जब्त कर लिया है। प्रारंभिक जानकारी के आधार पर पुलिस यह जांच कर रही है कि हादसे का कारण तेज रफ्तार था, लापरवाही थी या सड़क की स्थिति ने भी इसमें भूमिका निभाई। पुलिस का कहना है कि घायलों की स्थिति स्थिर होने के बाद उनसे बयान लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों में दहशत, सड़क सुरक्षा पर सवाल
ग्रामीणों ने कहा कि तीन कोनिया मोड़ के पास इस तरह की दुर्घटनाएँ पहले भी होती रही हैं। सड़क पर मोड़ की स्थिति, तेज रफ्तार और वाहनों का नियंत्रण अक्सर यहां हादसों की वजह बनता है। लोगों ने प्रशासन से भी अनुरोध किया है कि इस महत्वपूर्ण मार्ग पर सड़क सुरक्षा से जुड़े संकेत बोर्ड और गति नियंत्रण के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएँ।

न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा की अनदेखी कब तक?
यह हादसा यह याद दिलाता है कि बरवाडीह–मेदिनीनगर मार्ग पर तेज रफ्तार और मोड़ों की संवेदनशीलता को गंभीरता से देखने की जरूरत है। ग्रामीणों की शिकायतें और लगातार हो रही दुर्घटनाएँ प्रशासन को सड़क सुरक्षा पर ठोस कार्रवाई करने की ओर इशारा करती हैं। पुलिस की तत्परता सराहनीय रही, लेकिन असली समाधान सड़क सुरक्षा प्रबंधन को मजबूत करने में है।
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सड़क सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी—जागरूकता ही बचाएगी जान
सड़क पर एक छोटी-सी लापरवाही कई जीवनों को खतरे में डाल देती है। अब समय है कि चालक सावधानी अपनाएँ, प्रशासन संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करे और लोग भी जिम्मेदार बनें।
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