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दुमका के मिनी गोवा में चार छात्र डूबे: अबतक एक का शव बरामद बाकी की तलाश जारी

#दुमका #मयूराक्षीनदी : मिनी गोवा डैम में नहाने गए चार दोस्त हादसे का शिकार तीन अब भी लापता

दुमका से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जामा थाना क्षेत्र के बापूपुर स्थित मयूराक्षी नदी किनारे मिनी गोवा डैम में गुरुवार शाम स्नान करने गए चार दोस्तों में से एक की डूबकर मौत हो गई, जबकि तीन की तलाश जारी है। यह हादसा उस समय हुआ जब चारों छात्र गर्मी से राहत पाने के लिए नदी में उतरे, लेकिन गहराई और तेज धारा की वजह से हादसे का शिकार हो गए।

नदी से मिला कपड़ा और मोबाइल

जानकारी के अनुसार, गुरुवार शाम करीब तीन बजे चारों छात्र स्नान करने के लिए मिनी गोवा पहुंचे थे। देर शाम तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की। इसी दौरान नदी किनारे कपड़े और मोबाइल फोन मिले। घटना की सूचना पर जामा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और रात में ही जांच शुरू की। शुक्रवार सुबह से स्थानीय गोताखोरों और पुलिस की मदद से शव की तलाश शुरू की गई।

अबतक एक शव बरामद, तीन लापता

खोजबीन के दौरान सबसे पहले बांधपाड़ा निवासी कृष्णा सिंह (पिता – कृष्णा सिंह) का शव बरामद किया गया। वहीं अन्य तीन छात्र – दो आर्यन और कृष – का अब तक कोई पता नहीं चल सका है। पुलिस और गोताखोर लगातार नदी में तलाशी अभियान चला रहे हैं।

चारों छात्र थे घनिष्ठ मित्र

बताया गया है कि हादसे का शिकार हुए चारों लड़के आपस में घनिष्ठ मित्र थे। चारों संत जोसेफ स्कूल से पास आउट थे और वर्तमान में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे थे। इनमें से गोड्डा जिला का रहने वाला एक आर्यन, बक्सी बांध निवासी कृष्णा सिंह और सोनवाडंगाल निवासी कृष दुमका एन कॉलेज में इंटरमीडिएट में पढ़ रहे थे, जबकि दुमका निवासी दूसरा आर्यन दुमका जिला स्कूल में इंटरमीडिएट का छात्र था।

परिवार और इलाके में पसरा मातम

इस हादसे ने दुमका और गोड्डा दोनों जिलों में मातम का माहौल पैदा कर दिया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। आसपास के गांवों के लोग भी बड़ी संख्या में मिनी गोवा डैम पर जुटे हैं। ग्रामीण प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

न्यूज़ देखो: लापरवाही और सुरक्षा की बड़ी चुनौती

मिनी गोवा जैसे खतरनाक डैम में लगातार हादसे हो रहे हैं, बावजूद इसके प्रशासन द्वारा कोई ठोस सुरक्षा इंतजाम नहीं किया गया। यह घटना फिर से सवाल उठाती है कि छात्रों और आम लोगों की सुरक्षा के लिए नदी-डैम किनारे चौकसी और चेतावनी बोर्ड क्यों नहीं लगाए जाते।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

अब जरूरी है सुरक्षा और जागरूकता

दुमका के मिनी गोवा हादसे ने कई परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। यह समय

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