
##गढ़वा #शिक्षासमाचार – सरकारी योजना के तहत विद्यार्थियों को सौंपे गए नए बैग, शिक्षकों ने पढ़ाई के लिए किया प्रेरित
- डुमरो विद्यालय में 2025-26 सत्र के तहत हुआ बैग वितरण कार्यक्रम
- प्रधानाध्यापिका किरण कुमारी ने बच्चों को दिया सफलता का मंत्र
- सरकार की ओर से नामांकित सभी विद्यार्थियों को मिले निःशुल्क बैग
- शिक्षकों और विद्यालय प्रबंधन समिति की सक्रिय भागीदारी
- कार्यक्रम में छात्रों का उत्साह और खुशी देखने लायक रहा
शिक्षा से बड़ा कोई धन नहीं – प्रधानाध्यापिका किरण कुमारी
गढ़वा प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय डुमरो में शनिवार को निःशुल्क बैग वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सत्र 2025-26 के तहत सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजना के अंतर्गत यह आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय में नामांकित सभी बच्चों को नए स्कूल बैग प्रदान किए गए।
कार्यक्रम की अगुवाई कर रहीं प्रधानाध्यापिका किरण कुमारी ने बच्चों को बैग सौंपते हुए कहा:
“शिक्षा से बड़ा कोई धन नहीं है। हर बच्चा मन लगाकर पढ़ाई करे, यही उसकी असली पूंजी है।”
उन्होंने बच्चों को आगे बढ़ने, आत्मविश्वास से पढ़ाई करने और अपने भविष्य को संवारने की प्रेरणा दी।
शिक्षक और समिति सदस्यों की रही सक्रिय भागीदारी
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक नागवंत कुमार कुशवाहा, आरती कुमारी, संजय कुमार महतो और अखिलेश कुमार कुशवाहा ने भी बच्चों को मेहनत और अनुशासन के महत्व को समझाया।
विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे और उन्होंने शिक्षा को जीवन की दिशा बताते हुए विद्यार्थियों को हर परिस्थिति में शिक्षा से जुड़े रहने की सलाह दी।
बच्चों में दिखा जोश, बैग पाकर खिल उठे चेहरे
बैग पाते ही छात्रों के चेहरे पर मुस्कान और उत्साह साफ नजर आया। इस पहल से न सिर्फ शिक्षा के प्रति उनका रुझान बढ़ेगा बल्कि स्कूल से जुड़ाव भी मजबूत होगा।
प्रधानाध्यापिका किरण कुमारी ने बताया कि सरकार की इस योजना का उद्देश्य प्रत्येक छात्र को आवश्यक शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध कराकर शिक्षा को सुलभ बनाना है।
न्यूज़ देखो : शिक्षा के हर प्रयास को मिलेगा मंच
न्यूज़ देखो मानता है कि समाज में बदलाव शिक्षा से ही संभव है। डुमरो विद्यालय में हुआ यह आयोजन न केवल एक वितरण कार्यक्रम था, बल्कि एक विश्वास का संदेश भी था कि हर बच्चा आगे बढ़ सकता है, यदि उसे सही दिशा और साधन मिले।
हम ऐसे ही सकारात्मक प्रयासों को उजागर करते रहेंगे—आपके साथ, आपके गांव-शहर से।