#गुमला #गणेशउत्सव : गोविंदपुर गांव से सियानी तालाब तक धूमधाम से निकला जुलूस भक्तों ने विधि-विधान के साथ गणपति का विसर्जन किया
- गुमला जिले के जारी प्रखंड के गोविंदपुर गांव में गणेश विसर्जन का आयोजन हुआ।
- जुलूस गुरुवार दोपहर 2 बजे निकला और शाम 6 बजे सियानी तालाब पहुंचा।
- श्रद्धालु “गणपति बप्पा मोरया” के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़े।
- नाच-गाने और भक्ति गीतों से माहौल भक्तिमय बना रहा।
- कार्यक्रम में इंदर घांसी, सोपाल लोहार, अवद नगेसिया, राजिंद्र नगेसिया, कृष्णा घांसी, बीरबल नायक सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
गुमला जिले के जारी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत गोविंदपुर गांव में गणेश विसर्जन का आयोजन बड़े ही उत्साह और आस्था के साथ संपन्न हुआ। गुरुवार को दोपहर 2 बजे शुरू हुआ शोभायात्रा गांव की मुख्य बस्ती से होते हुए भक्तिमय माहौल में आगे बढ़ा और शाम 5 बजे सियानी तालाब पहुंचकर विधि-विधान के साथ गणेश प्रतिमा का विसर्जन किया गया।
शोभायात्रा में भक्ति और उल्लास का संगम
गणेश विसर्जन के दौरान श्रद्धालु पूरे जोश के साथ “गणपति बप्पा मोरया” के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। ढोल-नगाड़ों, नाच-गानों और भक्ति गीतों से माहौल पूरी तरह धार्मिक रंग में रंग गया। हर तरफ श्रद्धालु उत्साह से झूमते हुए नजर आए।
गणमान्य लोगों की उपस्थिति
कार्यक्रम में ग्रामीणों के साथ-साथ क्षेत्र के गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। इंदर घांसी, सोपाल लोहार, अवद नगेसिया, राजिंद्र नगेसिया, कृष्णा घांसी, बीरबल नायक सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आयोजन को सफल और भव्य बनाने में योगदान दिया। उनकी उपस्थिति से पूरे गांव का माहौल उत्सव जैसा बना रहा।
धार्मिक आस्था का केंद्र
स्थानीय लोगों ने बताया कि गणेश उत्सव न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा है, बल्कि यह लोगों को आपसी भाईचारे और सामाजिक एकता का संदेश भी देता है। विसर्जन के अवसर पर बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।

न्यूज़ देखो: आस्था और सामाजिक एकता का संदेश
गोविंदपुर में गणेश विसर्जन ने यह साबित किया कि त्योहार केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सामाजिक मेलजोल और एकता की मिसाल होते हैं। ऐसे आयोजनों से गांवों में भाईचारा और सांस्कृतिक धरोहर मजबूत होती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
त्यौहार हमें जोड़ते हैं
गणेश विसर्जन के अवसर पर दिखी आस्था और एकजुटता हमारे समाज की सबसे बड़ी ताकत है। अब समय है कि हम इस भाईचारे को अपने दैनिक जीवन में भी उतारें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को दोस्तों तक साझा करें ताकि उत्सव की सकारात्मकता सब तक पहुंचे।