
#गिरिडीह #अपराध : बस स्टैंड परिसर में यात्रियों पर हमला, विरोध करने पर छीन ली गई सोने की चेन और नकदी
- गिरिडीह बस स्टैंड में यात्रियों के साथ मारपीट और लूटपाट की घटना।
- रंगदारी मांगने पहुंचे युवकों ने विरोध करने पर हमला किया।
- पंकज कुमार सिंह और उनके परिवार के साथ हुई घटना।
- सोने की चेन, मोबाइल फोन और 20 हजार रुपये नगद की लूट।
- पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया, आरोपियों की तलाश जारी।
गिरिडीह शहर के बस स्टैंड परिसर में शनिवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब कुछ रंगदार युवकों ने यात्रियों के साथ मारपीट और छिनतई कर दी। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत और आक्रोश का माहौल है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह घटना तब घटी जब कुछ युवक बस स्टैंड पहुंचे और ऑटो चालक से रंगदारी मांगने लगे। विरोध करने पर यात्रियों पर हमला कर दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक, बेंगाबाद थाना क्षेत्र के चकरदाहा निवासी पंकज कुमार सिंह अपने परिवार के साथ एक श्राद्ध कार्यक्रम से लौट रहे थे। परिवार में अर्चना सिंह, अंजली सिंह, रूपा सिंह, जोशन देवी और अभय सिंह शामिल थे। सभी लोग ऑटो से गिरिडीह बस स्टैंड पहुंचे थे। तभी कुछ युवक आए और ऑटो चालक से पैसे की मांग करने लगे। यात्रियों ने विरोध किया तो हमलावरों ने लात-घूंसे और डंडे से हमला कर दिया।
यात्रियों के गले से सोने की चेन और मोबाइल छीने
भुक्तभोगी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने जब रंगदारी मांगने का विरोध किया, तो युवकों ने उन पर टूट पड़े।
“हमने सिर्फ इतना कहा कि आम जनता को क्यों परेशान कर रहे हो, तभी उनलोगों ने हमें मारना शुरू कर दिया। मेरे गले से सोने की चेन, मोबाइल फोन और करीब 20 हजार रुपये नकद छीन लिया गया।”
मारपीट के दौरान परिवार की महिलाओं को भी धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ा। हमलावर वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए।
पुलिस ने शुरू की जांच, फुटेज से होगी पहचान
घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। थाना प्रभारी ज्ञान रंजन ने बताया कि बस स्टैंड परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि आरोपियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी की जा सके।
ज्ञान रंजन, नगर थाना प्रभारी ने कहा: “हमने टीम भेजी है और पीड़ित परिवार का बयान दर्ज किया गया है। जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।”
स्थानीय लोगों ने बस स्टैंड में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। यात्रियों का कहना है कि बस स्टैंड में आए दिन असामाजिक तत्व सक्रिय रहते हैं और पुलिस की गश्ती व्यवस्था कमजोर है।
न्यूज़ देखो: सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल, कब सुधरेगी शहर की कानून व्यवस्था
गिरिडीह बस स्टैंड की यह घटना बताती है कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था कितनी कमजोर है। सार्वजनिक स्थलों पर इस तरह की वारदातें न केवल पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाती हैं, बल्कि आम जनता की सुरक्षा को भी खतरे में डालती हैं। जरूरत है कि बस स्टैंड परिसर में स्थायी पुलिस चौकी, सुरक्षा कर्मी और रात्री गश्ती को अनिवार्य किया जाए।
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अब वक्त है जागरूक नागरिक बनने का
अपराध के खिलाफ आवाज उठाना ही बदलाव की शुरुआत है। हमें न केवल खुद सतर्क रहना चाहिए, बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करना चाहिए। बस स्टैंड जैसे सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने की मांग करें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और प्रशासन को संदेश दें कि जनता अब चुप नहीं रहेगी।




