गढ़वा जिला मुख्यालय का चिनिया मोड़ चौक, जहां पहले से राजमाता अहिल्या बाई होलकर और वीर बाबा चौहरमल की प्रतिमाएं स्थित हैं, अब एक और नई प्रतिमा के कारण चर्चा में है। यह नई प्रतिमा पिछले दिनों स्थापित की गई, लेकिन अभी तक इसे ढक कर रखा गया है। लोग इसे देखकर यही सवाल कर रहे हैं कि “ना जाने किसकी है यह प्रतिमा जो धूल फांक रही है, और आखिर इसका अनावरण कब होगा?”
प्रतिमा बनी सवालों का केंद्र
चिनिया मोड़ चौक से गुजरने वाले हर व्यक्ति की नजर इस ढंकी हुई प्रतिमा पर ठहर जाती है। गांव और शहर के लोग इसे देख रहे हैं और एक-दूसरे से सवाल कर रहे हैं कि आखिर यह प्रतिमा किसकी है? स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जब से यह प्रतिमा लगाई गई है, इसे सार्वजनिक नहीं किया गया है।
लोगों का मानना है कि जिस समाज ने इस प्रतिमा को लगाने की मांग की थी, और जिनके द्वारा इसे स्थापित किया गया, वही इस रहस्य का पर्दा उठा सकते हैं। लेकिन अब तक किसी ने इस बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।
प्रतिमा का अनावरण कब?
स्थानीय नागरिकों के बीच यह सवाल प्रमुख है कि आखिर प्रतिमा का अनावरण कब और किसके द्वारा किया जाएगा। लोग यह भी कह रहे हैं कि इतनी महत्वपूर्ण प्रतिमा को यूं ढंके रखना न केवल इसे उपेक्षित दिखा रहा है, बल्कि इसकी महत्वता को भी कम कर रहा है।
लोगों की प्रतिक्रिया
चौक से गुजरने वाले कुछ नागरिकों ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा:
“प्रतिमा स्थापित करना अच्छी बात है, लेकिन इसे ढंके रखना ठीक नहीं। इसका जल्द से जल्द अनावरण होना चाहिए।”
“अगर अनावरण में देरी हो रही है, तो इसकी जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए।”
समाज और प्रशासन से सवाल
इस मुद्दे पर अब सवाल उठ रहे हैं कि समाज और प्रशासन कब तक इस स्थिति को स्पष्ट करेंगे। प्रतिमा के अनावरण का इंतजार सिर्फ स्थानीय नागरिक ही नहीं, बल्कि गढ़वा आने वाले लोग भी कर रहे हैं।
प्रतिमाएं समाज की संस्कृति और इतिहास की पहचान होती हैं। उनका उचित अनावरण और देखभाल आवश्यक है। चिनिया मोड़ की इस नई प्रतिमा का रहस्य और इसे धूल फांकते हुए देखना, न केवल इसे स्थापित करने वाले समाज, बल्कि पूरे प्रशासन के लिए एक सवालिया निशान है। अब देखना यह है कि कब यह रहस्य खत्म होता है और कब इसका विधिवत अनावरण किया जाता है।