
#गढ़वा_खबर | 9 वर्षों की उम्मीदें हुईं पूरी, डॉक्टर नीतू और निशांत की टीम का सराहनीय कार्य
- दोनों पैरों से दिव्यांग दंपत्ति को मिला संतान सुख
- 9 वर्षों से माँ बनने के प्रयास में नाकाम रही थीं महिला संजू देवी
- राज्य और बाहर के अस्पतालों में इलाज के बाद भी नहीं मिला था समाधान
- परमेश्वरी मेडिकल सेंटर में इलाज कर सिजेरियन से हुआ सुरक्षित प्रसव
- डॉ नीतू और डॉ कुमार निशांत की टीम को मिल रही सराहना
9 वर्षों से मातृत्व सुख से वंचित थीं संजू देवी
गढ़वा जिला अंतर्गत परसवान (थाना खरौंधी) की निवासी संजू देवी, जो कि दोनों पैरों से दिव्यांग हैं, 9 वर्षों से मां बनने की कोशिश कर रहीं थीं। उन्होंने झारखंड सहित अन्य राज्यों के प्रतिष्ठित अस्पतालों में भी इलाज कराया, पर कोई संतोषजनक परिणाम नहीं मिला।
“सामाजिक तौर पर काफी प्रताड़ना झेलनी पड़ी। हर बार उम्मीद टूटी, लेकिन हमने हिम्मत नहीं हारी।”
— संजू देवी के पति की भावुक प्रतिक्रिया
परमेश्वरी मेडिकल सेंटर बना उम्मीद की किरण
गढ़वा के ख्यातिप्राप्त परमेश्वरी मेडिकल सेंटर में महिला चिकित्सक डॉ नीतू सिंह और डॉ कुमार निशांत की देखरेख में संजू देवी का इलाज शुरू किया गया। दोनों डॉक्टरों की विशेषज्ञता और समर्पण से लगातार 9 महीनों तक इलाज चला और अंततः सिजेरियन ऑपरेशन द्वारा संजू देवी ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया।
“ईश्वर ने शायद हमें ही चुना था इस विशेष जोड़े की मदद के लिए। जब हमने केस देखा तो चुनौतीपूर्ण था, पर हिम्मत और संयम से काम किया।”
— डॉ नीतू सिंह
संजू देवी बोलीं – यह अस्पताल हमारे लिए वरदान साबित हुआ
संजू देवी और उनके पति ने कहा कि “परमेश्वरी मेडिकल सेंटर हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है।” उन्होंने डॉ नीतू सिंह और उनकी टीम को हृदय से धन्यवाद दिया और कहा कि अब उनका जीवन पूर्ण हो गया है।
“हमारी खुशी का कोई ठिकाना नहीं। एक समय ऐसा था जब हम उम्मीद खो चुके थे। अब हमारा बच्चा हमारे जीवन की सबसे बड़ी खुशखबरी है।”
— संजू देवी
न्यूज़ देखो : उम्मीदें टूटती हैं, लेकिन चमत्कार भी होते हैं
न्यूज़ देखो ऐसे सच्चे और प्रेरणादायक मामलों को प्रमुखता से सामने लाता है। यह खबर बताती है कि सही इलाज, समर्पित डॉक्टर और मजबूत इच्छाशक्ति से कुछ भी असंभव नहीं।