- युवा समाजसेवी दौलत सोनी ने नगर परिषद के फैसले को चुनावी जुमला बताया।
- पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष और उनके पति पर जनता को गुमराह करने का आरोप।
- पद छोड़ने के बाद भी नगर परिषद पर नियंत्रण बनाए रखने के दावे पर सवाल।
- पहले राशि देकर कनेक्शन लेने वालों के भुगतान को लेकर भी उठाए सवाल।
“चुनावी स्टंट से ज्यादा कुछ नहीं”, दौलत सोनी का बड़ा बयान
गढ़वा नगर परिषद द्वारा शहरी जलापूर्ति योजना के तहत मुफ्त जल कनेक्शन देने की घोषणा पर युवा समाजसेवी दौलत सोनी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे “चुनावी जुमला” करार देते हुए कहा कि निवर्तमान अध्यक्षा और उनके पति ने अपने कार्यकाल में सिर्फ जनता को गुमराह किया है।
“यह सिर्फ चुनावी जुमला का खेल है। निवर्तमान अध्यक्षा और उनके पति ने अपने कार्यकाल में जनता से झूठ बोला और कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद ऑफिस के लोगों पर अपना दबदबा बनाए रखा। लोकतंत्र में जब आपका पद समाप्त हो जाता है, तो आपको दखल नहीं देना चाहिए, लेकिन यहां स्थिति उलट है।” – दौलत सोनी
नगर परिषद के कामकाज पर गंभीर आरोप
दौलत सोनी ने यह भी आरोप लगाया कि जब कोई गलत कार्य होता है, तो उसका दोष नगर परिषद के कर्मचारियों पर डाल दिया जाता है, लेकिन जब कोई अच्छा काम होता है, तो पूर्व अध्यक्ष और उनके समर्थक उसका श्रेय खुद लेने की होड़ में रहते हैं।
पहले पैसे लेकर कनेक्शन दिए गए, उनका भुगतान कौन करेगा?
दौलत सोनी ने नगर परिषद से यह भी पूछा कि जिन लोगों ने पहले अपने पैसे से जल कनेक्शन लिया था, अब जब कनेक्शन मुफ्त हो गया है, तो उनका क्या होगा?
कई लोगों ने जल कनेक्शन के लिए नगर परिषद को राशि का भुगतान किया है, क्या उनका पैसा वापस मिलेगा? या फिर यह योजना सिर्फ नई राजनीति चमकाने के लिए लाई गई है?
‘न्यूज़ देखो’ की नज़र:
गढ़वा नगर परिषद का यह निर्णय जनता के लिए राहत की खबर हो सकता है, लेकिन युवा समाजसेवी दौलत सोनी के सवालों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
- क्या यह सच में जनता की भलाई के लिए लिया गया फैसला है, या चुनावी स्टंट?
- क्या नगर परिषद इस योजना में पहले से राशि जमा कर चुके लाभुकों के हितों की रक्षा करेगी?
- क्या चुनाव खत्म होते ही इस योजना पर अमल धीमा हो जाएगा?
गढ़वा की जनता के लिए इन सवालों के जवाब बेहद महत्वपूर्ण हैं। ‘न्यूज़ देखो’ इस मुद्दे पर अपनी नजर बनाए रखेगा और जनता के हित से जुड़ी हर खबर आप तक पहुंचाएगा।