गढ़वा: गाइनी विभाग में चिकित्सक की लापरवाही पर कार्रवाई, मानदेय कटा

घटना के मुख्य बिंदु:

गढ़वा: सदर अस्पताल के गाइनी विभाग में ड्यूटी से गायब रहने के मामले में डॉ. माया पांडेय और उपाधीक्षक डॉ. हरेनचंद्र महतो पर सख्त कार्रवाई की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उपायुक्त शेखर जमुआर ने तत्काल डॉ. माया पांडेय का एक दिन का मानदेय काटने और दोनों अधिकारियों को शोकाज नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।

क्या है मामला?

8 जनवरी की रात गाइनी विभाग में चिकित्सक की गैरमौजूदगी के कारण प्रसव के लिए आईं दो महिलाओं को इलाज न मिलने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद गढ़वा के पूर्व विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी, और उपायुक्त शेखर जमुआर को टैग करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर इस मामले को उठाया।

मिथिलेश ठाकुर ने दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। उपायुक्त शेखर जमुआर ने इसका जवाब देते हुए पोस्ट किया:

“मामले का संज्ञान लेकर महिला चिकित्सक का एक दिन का मानदेय काटा गया है और उनसे तथा उपाधीक्षक से कारणपृच्छा की गई है।”

प्रशासन की कार्रवाई

सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि उपायुक्त के निर्देश पर डॉ. माया पांडेय का एक दिन का मानदेय काटा गया है। इसके अलावा डॉ. हरेनचंद्र महतो और डॉ. माया पांडेय दोनों को शोकाज नोटिस जारी किया गया है। शोकाज का जवाब मिलने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

पूर्व मंत्री की सक्रियता से उठा मुद्दा

पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर द्वारा सोशल मीडिया पर मामला उठाने के बाद स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही पर तीव्र प्रतिक्रिया हुई। स्थानीय प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई कर यह स्पष्ट संकेत दिया कि लापरवाही पर कोई समझौता नहीं होगा।

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