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गढ़वा: फोरलेन उद्घाटन समारोह में विधायक सत्येंद्र तिवारी ने गिनाईं जिले की समस्याएं, केंद्रीय मंत्री गडकरी से रखीं बड़ी मांगें

#गढ़वा #गडकरी_जनसभा : विधायक बोले — “गढ़वा अब भी बिना उद्योग वाला जिला, यहां के युवाओं के लिए चाहिए रोजगार योजना”

गढ़वा के विकास मंच से उठी आवाज

गढ़वा में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के आगमन पर आयोजित जनसभा में स्थानीय विधायक सत्येंद्र तिवारी ने जिले की विकासात्मक चुनौतियों को खुलकर मंच से रखा। उन्होंने कहा कि:

“गढ़वा देश का इकलौता जिला है जहां अब तक कोई भी कल-कारखाना नहीं खुला। यहां के युवाओं के पास रोजगार नहीं है और वे पलायन के लिए मजबूर हैं।”

आकांक्षी जिला फिर भी सुविधाओं से वंचित

विधायक ने बताया कि गढ़वा देश के 22 आकांक्षी जिलों में शामिल है, लेकिन आज भी यहां के लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। उन्होंने कहा:

“यहां की सीडी रेशियो केवल 43% है। इसका मतलब है कि यहां के लोगों को बैंक से लोन तक नहीं मिलता और गढ़वा का पैसा बाहर चला जाता है।”

झारखंड सरकार पर गंभीर आरोप

विधायक सत्येंद्र तिवारी ने झारखंड सरकार पर वित्तीय कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा:

“राज्य सरकार ने महिलाओं को ₹2500 की सहायता राशि देने का वादा किया था जो आज तक नहीं मिला। वृद्धा और विधवा पेंशन समय पर नहीं आ रही है। सरकार जनता को गुमराह कर रही है।”

औद्योगिक योजना की मांग, गढ़वा बाईपास के लिए आभार

विधायक ने मंच से गढ़वा बाईपास निर्माण के लिए नितिन गडकरी को धन्यवाद दिया और कहा:

“यह बाईपास कभी सिर्फ चुनावी वादा था, लेकिन आपके प्रयासों से यह आज साकार हुआ है। गढ़वा की जनता आपके इस योगदान को हमेशा याद रखेगी।”

उन्होंने साथ ही गढ़वा के लिए एक दीर्घकालिक औद्योगिक योजना तैयार करने की मांग की ताकि यहां के युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल सके और पलायन पर रोक लगे

बड़ी संख्या में उमड़ी जनता

इस जनसभा में हजारों की संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। लोगों ने विधायक की बातों पर सहमति जताई और केंद्रीय मंत्री से ठोस निर्णय की उम्मीद जताई।

सभा के अंत में मंच से यह संदेश गया कि गढ़वा अब सिर्फ वादों पर नहीं, ठोस विकास नीति पर आगे बढ़ेगा।

न्यूज़ देखो: गढ़वा की विकास मांगों को मंच से आवाज़

न्यूज़ देखो हमेशा जनता की वास्तविक जरूरतों को सामने लाने का काम करता रहा है — और इस बार गढ़वा के विधायक ने जनभावनाओं को केंद्र सरकार के समक्ष बेबाकी से रखा
जिला आज भी उद्योग, बैंकिंग और रोजगार की मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहा है। इस ऐतिहासिक मंच से उठी यह आवाज अब दबनी नहीं चाहिए।
गढ़वा के युवा अब उम्मीद कर रहे हैं कि विकास की असली योजना धरातल पर उतरेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

आगे बढ़ते झारखंड के लिए चाहिए योजनाबद्ध दृष्टि

अब समय है कि राजनीतिक नेतृत्व और प्रशासनिक मशीनरी मिलकर गढ़वा जैसे जिलों को प्राथमिकता दे
औद्योगीकरण और बुनियादी निवेश के बिना आकांक्षी जिलों का सपना अधूरा है।
आइए, हम सब मिलकर इस आवाज़ को आगे बढ़ाएं — अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और रेटिंग दें, ताकि गढ़वा के विकास की गूंज हर स्तर तक पहुंचे।

Tags: गढ़वागडकरीदौरा, सत्येंद्रतिवारीमांगें

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