गढ़वा के कचहरी रोड स्थित जनता डेंटल क्लीनिक में चल रहे निशुल्क दंत जांच शिविर के चौथे दिन 35 मरीजों की जांच की गई। मरीजों को निशुल्क दवाइयां और टूथपेस्ट दिए गए। डॉ. एम. एन. खान ने बताया कि शिविर के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ने के कारण बड़ी संख्या में पंजीकरण हो रहे हैं। शिविर का उद्देश्य न केवल दांतों की समस्याओं का समाधान करना है, बल्कि लोगों को मुंह और दांतों की बीमारियों के बारे में जानकारी देना भी है।
मसूड़ों से खून आना: एक गंभीर समस्या
डॉ. खान ने बताया कि मसूड़ों से खून बहना सामान्य नहीं है और यह एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। समय पर जांच और इलाज न कराने पर यह पेरियोडोन्टाइटिस जैसी खतरनाक स्थिति का रूप ले सकता है।
मसूड़ों से खून आने के लक्षण
- मसूड़े सूजे, लाल या नरम दिखें।
- ब्रश या फ्लॉस करते समय खून आना।
- दांत लंबे दिखने लगें।
- मसूड़े दांत से अलग होते दिखें।
- दांत हिलने या कमजोर होने लगें।
- मुंह से लगातार दुर्गंध आना।
- दांत और मसूड़ों के बीच पस आना।
मसूड़ों से खून आने के सामान्य कारण
- मसूड़ों की सही तरीके से सफाई न करना।
- पेरियोडोन्टाइटिस (मसूड़ों का गंभीर संक्रमण)।
- दांत या मसूड़ों की चोट।
- विटामिन सी और के की कमी।
- गर्भावस्था में हार्मोनल बदलाव।
- ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां।
स्वस्थ दांतों के लिए सुझाव
- दिन में दो बार ब्रश करें।
- हर छह महीने में दंत चिकित्सक से जांच कराएं।
- अपने मसूड़ों को नियमित साफ रखें।
- सही डाइट लें और विटामिन युक्त भोजन करें।
डॉ. खान ने बताया कि यह शिविर 31 दिसंबर तक जारी रहेगा, और दांतों की समस्याओं के समाधान के साथ-साथ लोगों को दंत स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।