
- फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम (MDA 2025) का उद्घाटन कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में हुआ।
- उद्घाटन जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त शेखर जमुआर ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
- कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार, भीबीडी कंसल्टेंट अरविंद द्विवेदी और पिरामल फाउंडेशन की टीम भी उपस्थित रही।
- उपायुक्त ने बच्चियों को दवा खाने के लिए प्रेरित किया और जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने में सहयोग की अपील की।
- 11 फरवरी से 25 फरवरी 2025 तक सहिया/सेविका द्वारा घर-घर दवा वितरित की जाएगी।
- 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अत्यधिक बीमार व्यक्तियों को दवा नहीं दी जाएगी।
फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का शुभारंभ
गढ़वा: कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम (MDA 2025) का उद्घाटन जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त शेखर जमुआर द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार, भीबीडी कंसल्टेंट अरविंद द्विवेदी, वार्डन अनूपा तिर्की, और पिरामल फाउंडेशन की टीम ने भाग लिया और फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया।
कार्यक्रम में उपस्थिति और उद्देश्य
उपायुक्त श्री जमुआर ने बच्चियों को संबोधित करते हुए दवा खाने के लिए प्रेरित किया और कहा कि जिले के सभी लोग दवा खाकर इस कार्यक्रम को सफल बनाएं और गढ़वा को फाइलेरिया मुक्त बनाने में सहयोग दें। इस दौरान विद्यालय में उपस्थित सभी शिक्षक और छात्राओं ने दवा खाई।
सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने भी फाइलेरिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी और कहा कि यह कार्यक्रम 11 फरवरी से 25 फरवरी 2025 तक जारी रहेगा, जिसमें सहिया/सेविका द्वारा घर-घर जाकर दवा दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अत्यधिक बीमार व्यक्तियों को दवा नहीं दी जाएगी।
जागरूकता रथ रवाना
इस दौरान उपायुक्त ने एमडीए कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता फैलाएगा और लोगों को फाइलेरिया के प्रति सचेत करेगा।
पिरामल फाउंडेशन का योगदान
इस कार्यक्रम में पिरामल फाउंडेशन की सक्रिय भूमिका रही है, जिन्होंने कार्यक्रम की योजना और कार्यान्वयन में सहयोग दिया। फाउंडेशन की टीम ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लगातार प्रयास किया।



गढ़वा में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए सभी नागरिकों से अपील है कि वे दवा का सेवन करें और अपने जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने में सहयोग दें।