घटना के मुख्य बिंदु
- गढ़वा के रंका और रामकंडा प्रखंडों में अवैध खनन जारी है।
- भा.ज.पा. विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाया।
- दर्जन भर अवैध खनन क्रशर और माइंस खुले हैं, जिन पर उठ रहे हैं सवाल।
- विधायक ने विधानसभा में जांच की मांग की और दोषियों को सजा दिलाने की बात कही।
- खनन क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण और असुरक्षा की स्थिति पर चिंता जताई गई।
गढ़वा जिले के रंका और रामकंडा प्रखंडों में अवैध खनन का काम धड़ल्ले से चल रहा है, जिससे इलाके में प्रदूषण और असुरक्षा की स्थिति उत्पन्न हो गई है। भाजपा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने इस पर कड़ा विरोध जताया है और आरोप लगाया है कि स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से ये अवैध खनन कार्य चलाए जा रहे हैं।
“मैं विधानसभा में इस मुद्दे को उठाऊंगा और जांच कराऊंगा। जो भी इसमें दोषी पाए जाएंगे, उन्हें जेल भेजवाया जाएगा।”
विधायक ने कहा कि रंका और रमकंडा क्षेत्र में जितने भी क्रशर और माइनिंग हो रहे हैं, उनमें से 99 प्रतिशत अवैध हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन डीसी और सीओ की मिलीभगत से नियमों की अनदेखी कर एनओसी दी गई है।
माइंस खुलने पर उठे सवाल
इस क्षेत्र में दर्जन भर से अधिक अवैध माइंस और क्रशर खुलने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। विधायक ने कहा कि इस मामले की विधानसभा में कमेटी बनाकर जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सख्त लहजे में कहा, “न खाऊँगा और न खाने दूँगा, भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग इन अवैध खनन गतिविधियों में शामिल हैं, उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
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