गढ़वा में फाइलेरिया और कुष्ठ उन्मूलन के लिए जिला समन्वय समिति की बैठक आयोजित

गढ़वा समाहरणालय के सभाकक्ष में उपायुक्त शेखर जमुआर की अध्यक्षता में फाइलेरिया और कुष्ठ उन्मूलन के लिए जिला समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार, जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ. पुष्पा सहगल, और जिला भीबीडी कंसल्टेंट अरविंद द्विवेदी ने फाइलेरिया उन्मूलन और उसके महत्व पर प्रकाश डाला।

बैठक में यह जानकारी दी गई कि 10 फरवरी से 25 फरवरी 2025 तक एमडीए राउंड के दौरान फाइलेरिया की रोकथाम के लिए एलबेंडाजोल और डीईसी दवाओं का वितरण किया जाएगा। इसका लक्ष्य 1374341 जनसंख्या को दवा का सेवन कराना है। हालांकि, यह दवा 2 साल से छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, और अत्यंत बीमार व्यक्तियों को नहीं दी जाएगी।

बैठक में मौजूद सभी विभागों को, जिनमें शिक्षा, सूचना एवं जनसंपर्क, जेएसएलपीएस, स्वास्थ्य, पंचायती राज, और पेयजल एवं स्वच्छता शामिल हैं, फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में सक्रिय रूप से सहयोग करने के लिए निर्देशित किया गया। उपायुक्त ने सभी विभागों को एक मंच पर आकर इस बीमारी के जड़ से उन्मूलन के लिए कार्य करने का आह्वान किया।

“फाइलेरिया और कुष्ठ जैसी बीमारियों को जड़ से खत्म करने के लिए सभी विभागों को मिलकर जागरूकता अभियान चलाना आवश्यक है।” – शेखर जमुआर, उपायुक्त

इसके अलावा, बैठक में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा भी की गई। सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान 2025 की जानकारी दी, जो 30 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान ग्रामीण स्तर पर ग्रामसभा के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाएगी।

बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों को कुष्ठ रोग के इलाज और उससे जुड़े मिथकों को दूर करने पर बल दिया गया। उपायुक्त ने बताया कि कुष्ठ रोग भी बैक्टीरिया से होने वाला सामान्य रोग है और इसका पूरा इलाज संभव है।

बैठक में पिरामल फाउंडेशन, जेएसएलपीएस, और अन्य संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों ने अभियान को सफल बनाने की प्रतिबद्धता जताई।

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