गढ़वा में शांति समिति की बैठक, एसडीओ ने ईद, रामनवमी और सरहुल को सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाने की अपील

#Garhwa – पर्वों के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर प्रशासन सतर्क, शांति समिति की बैठक आयोजित:

प्रशासनिक अधिकारियों और गणमान्य नागरिकों ने रखे अपने विचार

गढ़वा शहर थाना में शुक्रवार को ईद, रामनवमी पूजा और सरहुल पर्व के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता एसडीओ संजय कुमार ने की। इस दौरान एसडीपीओ नीरज कुमार, अंचल अधिकारी सफी खान, बीडीओ कुमार नरेंद्र नारायण, थाना प्रभारी बृज कुमार और नप के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों और अखाड़ों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

बैठक में आए गणमान्य नागरिकों ने जुलूस मार्ग पर लाइटिंग, यातायात व्यवस्था और सुरक्षा इंतजामों को लेकर सुझाव दिए। उमेश अग्रवाल ने स्टेशन रोड पर बेहतर लाइटिंग व्यवस्था और पुलिस बल की तैनाती की मांग की। वहीं, मुरली सोनी ने रामनवमी जुलूस में डीजे के उपयोग को लेकर प्रशासन से कुछ ढील देने का अनुरोध किया।

प्रशासन की सख्त चेतावनी – उपद्रव फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

बैठक में सभी अखाड़ों और संगठनों ने शांति और भाईचारे के साथ पर्व मनाने का संकल्प लिया। इस दौरान एसडीओ संजय कुमार ने स्पष्ट किया कि ईद, रामनवमी और सरहुल के दौरान किसी भी तरह का उपद्रव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

“जिला प्रशासन सोशल मीडिया पर कड़ी नजर बनाए हुए है। अगर कोई भी व्यक्ति धार्मिक उन्माद फैलाने या अफवाहें फैलाने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”एसडीओ संजय कुमार

उन्होंने सभी अखाड़ों और संगठनों से शांति और सौहार्द बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करने की अपील की।

बैठक में शामिल गणमान्य लोग

इस अवसर पर अलख नाथ पांडे, डॉ. यासीन अंसारी, जेएमएम प्रदेश प्रवक्ता धीरज दुबे, नप प्रतिनिधि संतोष केशरी, उमेश अग्रवाल, मुरली श्याम सोनी, दौलत सोनी, चंदन जायसवाल, राजकुमार मद्धेशिया, अनीता दत, अरविंद तूफानी, मदनी खान, मुजीबुर्रहमान, राजेश प्रसाद उर्फ करीमन, ओवर मुखिया कौशल्या देवी, अंचल मुखिया मुखराम भारती, शरीफ अंसारी समेत अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

‘न्यूज़ देखो’ – सौहार्द और शांति के संदेश के साथ पर्व मनाएं!

गढ़वा प्रशासन द्वारा आयोजित शांति समिति बैठक में सभी समुदायों और संगठनों ने भाईचारे के साथ पर्व मनाने का संकल्प लिया। धार्मिक सौहार्द बनाए रखने में प्रशासन और समाज की भूमिका अहम होती है।

क्या आपको लगता है कि प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम त्योहारों को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाए रखने में मदद करेंगे?
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