विशेष समुदाय का वोट के लिए सनातनियों का हो रहा है अपमान
गढ़वा। भाजपा की सरकार बनने के साथ ही मां दुर्गा का हुए अपमान का बदला लिया जाएगा। हेमंत सरकार के कार्यकाल के दौरान गढ़वा सहित पूरे झारखंड में सनातन और हिंदूओं के भावना का अपमान किया गया है। गढ़वा में मिथिलेश ठाकुर के चुनाव जीतने के बाद से सनातनियों पर लगातार कुठाराघात हुआ है, यह किसी से छिपी हुई नही है। उक्त बातें भाजपा के पूर्व विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी ने कही। वह शनिवार की रात विजयादशमी के दिन मां दुर्गा के प्रतिमा रोके जाने की सूचना के बाद सदर प्रखंड के लखना गांव पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि कोई भी विकास कार्य सरकारी पैसे से होता है। जिस रास्ते से गांव के लोग मां दुर्गा का प्रतिमा का विसर्जन के लिए ले जा रहे थे, वह पक्की सड़क सरकार के पैसा से बना है। उक्त सड़क में सभी धर्म और समुदाय के लोग आवागमन कर सकते है। लेकिन एक विशेष समुदाय के द्वारा मां दुर्गा के प्रतिमा को आठ से दस घंटा तक रोक कर रखना प्रशासनिक अधिकारियों का पंगुपन को दर्शाता है। मां दुर्गा का मूर्ति विसर्जन रोकना काफी निंदनीय है। मंत्री के कार्यकाल के दौरान सभी वर्ग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। अब विधानसभा चुनाव नजदीक देख मंत्री एक खास समुदाय को खुश करने के लिए पूरे प्रशासनिक तंत्र को पंगू बनने पर मजबूर कर दिए है। गांव में सरकारी रास्ता रहने के बावजूद जिले के आलाधिकारी एक खास समुदाय से अनुनय-विनय कर रहे है। प्रशासनिक अधिकारी जनता के सामने फैक्ट को भी नही बोल पा रहे है। गढ़वा में मंत्री तालिबानी व्यवस्था को लागू करना चाहते है। जिले के डीसी और एसपी को यह बताना चाहिए कि जब गांव में सरकारी रास्ता मौजूद है, उसके बाद आखिर किस कारण मां दुर्गा के प्रतिमा विसर्जन से रोका गया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव को देखकर झामुमो, कांग्रेस और राजद के लोग तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा दे रहे है।
मंत्री सनातनियों को कमजोर समझने का जो, भूल कर रहे है। क्षेत्र की जनता आने वाला समय में इसका मुहंतोड़ जबाव देगी। उन्होंने कहा कि झामुमो सरकार में सभी पर्व-त्योहार के दौरान सभी नियम-कानून सिर्फ हिंदूओं पर ही लागू कराकर उन्हें नीचा दिखाने का काम किया जाता है। राज्य सरकार दुर्गा पूजा में डीजे पर प्रतिबंध लगाकर हिंदूओं के भावना का ठोस पहुंचाने का काम की है। नियम-कानून सभी धर्मो पर लागू होना चाहिए। सिर्फ हिंदूओं को अपमानित कर एक खास समुदाय के लोगों को खुश करना कहां तक सही है। आने वाला समय में गढ़वा की जनता मां दुर्गा का हुए अपमान का बदला लेगी।