
#गढ़वा #पुस्तकालय_उद्घाटन | साधारण परिवार से निकली असाधारण प्रेरणा की कहानी
- चार सगे भाई-बहनों ने मिलकर शुरू किया ‘वृंदावन लाइब्रेरी’
- पिता की सब्जी बिक्री की कमाई से बिना किसी सरकारी सहायता के किया सपना साकार
- एसडीएम संजय कुमार ने की पहल की सराहना, दिया शुभकामना संदेश
- 19 से 26 वर्ष की उम्र के युवाओं का प्रेरणादायी स्टार्टअप
- स्थानीय नागरिकों और छात्रों ने की प्रशंसा, हुआ भव्य उद्घाटन
युवाओं की हिम्मत और सोच को सलाम
गढ़वा के चिनिया रोड स्थित एक निजी भवन में सोमवार को चार सगे भाई-बहनों — सुमित, दीपक, पूजा और प्रियंका — ने ‘वृंदावन लाइब्रेरी’ के नाम से एक निजी पुस्तकालय की शुरुआत कर जिले में नई उम्मीद जगाई है।
इन युवाओं की उम्र 19 से 26 वर्ष के बीच है, और उन्होंने यह साहसिक पहल किसी सरकारी योजना के सहयोग के बिना, अपने पिता की सब्जी बिक्री की आमदनी से की है। इस पुस्तकालय का उद्देश्य स्थानीय छात्रों को अध्ययन के लिए एक उपयुक्त माहौल देना है।
एसडीएम ने दी सराहना और शुभकामनाएं
पुस्तकालय के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि एसडीएम संजय कुमार ने उपस्थित होकर युवाओं की इस पहल की सराहना की।
“जहां इस उम्र में युवा खुद संघर्षरत रहते हैं, वहीं इन चारों ने पुस्तकालय स्थापना जैसा कदम उठाकर समाज को एक नई दिशा दी है,”
— संजय कुमार, एसडीएम गढ़वा
उन्होंने इन बच्चों के माता-पिता की भी प्रशंसा की, जिन्होंने मानसिक और आर्थिक सहयोग देकर इस प्रेरणादायक स्टार्टअप को संभव बनाया।
सुरक्षात्मक सुझाव और सामुदायिक समर्थन
एसडीएम संजय कुमार ने पुस्तकालय के बेहतर भविष्य की कामना करते हुए सुझाव दिया कि भवन में अग्निशामक उपकरण आदि की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। कार्यक्रम में कई छात्र-छात्राओं और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया और इस सराहनीय प्रयास की तारीफ की।

न्यूज़ देखो : शिक्षा और प्रयास की कहानियों की सबसे भरोसेमंद आवाज
न्यूज़ देखो हमेशा से रहा है युवा प्रयासों और सामाजिक बदलाव की पहचानी हुई आवाज। हम ऐसी कहानियों को सामने लाते हैं जो प्रेरित करें, सोच बदलें और नई राह दिखाएं। जुड़े रहिए हमारे साथ — हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो कृपया इसे रेट करें और नीचे कमेंट में अपनी राय दें।