गढ़वा की मोक्ष संस्था ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी और मानवता का उत्कृष्ट उदाहरण पेश करते हुए रविवार को दो अज्ञात शवों का सम्मानपूर्वक दाह संस्कार किया। यह संस्था का 29वां और 30वां दाह संस्कार है।
शवों की बरामदगी और दाह संस्कार
- पहला शव 7 दिसंबर को सिदेकला रेलवे लाइन के पास से बरामद हुआ था।
- दूसरा शव 8 दिसंबर को एक दुर्घटना का शिकार बनकर अज्ञात स्थिति में सदर अस्पताल लाया गया था।
- दोनों शवों की पहचान नहीं हो पाई, जिसके बाद मोक्ष संस्था ने प्रशासनिक अनुमति के साथ इनका दाह संस्कार किया।
मानवीय संवेदनाओं के साथ कार्य
मोक्ष संस्था के सदस्य हमेशा प्रशासन के निर्देश प्राप्त करने के बाद ही यह कार्य करते हैं। इस बार भी उन्होंने पूरे सम्मान और संवेदनाओं के साथ दोनों अज्ञात मृतकों को अंतिम विदाई दी।
संस्था के सदस्यों का योगदान
इस नेक कार्य में संस्था के प्रमुख सदस्यों, जैसे राकेश पाल, कंचन साहू, हर्ष अग्रवाल, अमित कश्यप, विनय कश्यप, विजय सोनी, संतोष अग्रवाल, विमल शर्मा, और रघु ठाकुर का विशेष योगदान रहा।
संस्था का उद्देश्य और योगदान
- मोक्ष संस्था गढ़वा, अपने गठन के समय से ही मानवीय कार्यों के लिए समर्पित है।
- अज्ञात शवों का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार करना।
- जरूरतमंदों की मदद और समाज में मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देना।
- इस संस्था का प्रयास समाज को प्रेरित करता है कि हर व्यक्ति जरूरतमंदों और बेसहारा लोगों के प्रति संवेदनशील बने।
समाज से अपील
मोक्ष संस्था ने समाज और प्रशासन से अपील की है कि इस तरह के कार्यों में और अधिक सहयोग दें। यह कार्य न केवल सराहनीय है बल्कि समाज के सभी वर्गों को जोड़ने का संदेश भी देता है।
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