गढ़वा: मुख्यमंत्री दाल भात योजना में अनियमितताओं को लेकर संचालिका समूह ने की बैठक, एसीबी जांच की मांग तेज

#Garhwa — राशन आपूर्ति में गड़बड़ी का आरोप, बहनों ने की निष्पक्ष जांच की मांग

बैठक की मुख्य बातें :

दिनांक 23 मार्च को गढ़वा जिला में मुख्यमंत्री दाल भात योजना के अंतर्गत संचालित सभी केंद्रों की संचालिका बहनों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में बड़ी संख्या में संचालिका बहनों ने भाग लिया और अपनी समस्याओं को खुलकर सामने रखा।

राशन आपूर्ति में गड़बड़ी का आरोप

बैठक के दौरान सभी संचालिकाओं ने एकजुट होकर आरोप लगाया कि योजना के तहत प्रति माह 18 क्विंटल राशन की आपूर्ति होनी चाहिए, लेकिन केवल 2 क्विंटल ही दिया जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि सत्यापन और भुगतान 18 क्विंटल का ही हो रहा है, जिससे साफ तौर पर भ्रष्टाचार की बू आती है।

निष्पक्ष जांच की उठी मांग

सभी संचालिका बहनों ने इस गड़बड़ी को गंभीर बताते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) से मामले की निष्पक्ष और गहन जांच कराने की मांग की। उनका कहना था कि जब तक जांच नहीं होती, तब तक दोषियों को सजा नहीं मिलेगी और यह भ्रष्टाचार चलता रहेगा।

एकमत होकर लिया गया फैसला

बैठक में उपस्थित सभी बहनों ने अपनी सहमति देते हुए निर्णय लिया कि एक लिखित आवेदन तैयार कर संबंधित विभाग और जिला प्रशासन को सौंपा जाएगा। उनका उद्देश्य है कि इस योजना का वास्तविक लाभ सही लाभार्थियों तक पहुंचे और बीच में हो रही लूट बंद हो।

भ्रष्टाचार पर सख्ती की मांग

संचालिकाओं ने कहा कि यह योजना गरीबों के लिए चलाई जाती है और इसमें भ्रष्टाचार बेहद निंदनीय है। अगर जिला प्रशासन और राज्य सरकार ने इस पर गंभीरता नहीं दिखाई, तो आंदोलन की राह भी अपनाई जा सकती है।

गढ़वा की बहनों की आवाज बनी मिसाल

गढ़वा की इन जागरूक बहनों ने जिस तरह संगठित होकर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई, वह एक मिसाल है। ‘न्यूज़ देखो’ आपके लिए ऐसे ही जनसरोकार से जुड़ी खबरें लेकर आता है, जिससे समाज की सच्चाई सामने आए और जनता की आवाज़ प्रशासन तक पहुंचे। हमारे साथ जुड़े रहिए, क्योंकि — हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

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