- रमकंडा प्रखंड में पंचायत सहायक चयन प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप।
- ग्रामसभा का आयोजन नहीं हुआ, फर्जी तरीके से सूची तैयार की गई।
- विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने ट्वीट कर सीएम, मंत्री और डीसी से की कार्रवाई की मांग।
- सरकारी अधिकारियों पर सिर्फ कागजों पर काम करने और बिचौलियों के हावी होने का आरोप।
- गढ़वा में सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी के पहले भी मामले सामने आए हैं।
फर्जी तरीके से बनी सूची, विधायक ने जताई नाराजगी
गढ़वा जिले के रमकंडा प्रखंड में पंचायत सहायक के चयन में गड़बड़ी सामने आई है। आरोप है कि चयन के लिए निर्धारित तिथि को ग्रामसभा का आयोजन नहीं हुआ और फर्जी सूची तैयार कर दी गई। इस मामले को एक व्यक्ति ने ट्विटर पर उठाया और विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी से संज्ञान लेने की अपील की।
विधायक ने प्रशासन पर साधा निशाना
विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया:
उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री दीपिका पांडे सिंह और गढ़वा डीसी से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी के पहले भी सामने आए हैं मामले
गढ़वा जिले में सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं।
- हाल ही में मंईयां सम्मान योजना में गड़बड़ी के चलते तीन सीएससी संचालकों के लाइसेंस रद्द किए गए थे।
- प्रशासन पर पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं।
यदि समय रहते प्रशासन ने इन मामलों को गंभीरता से नहीं लिया तो जनता को मजबूरन आंदोलन करना पड़ सकता है। गढ़वा में सरकारी तंत्र की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए ‘न्यूज़ देखो’ से जुड़े रहें।