#गढ़वा #अपराध_रोध : पुलिस ने ज्वेलरी शॉप लूट योजना को रोकते हुए 8 अपराधियों को किया गिरफ्तार
- गढ़वा थाना क्षेत्र के रूप अलंकार ज्वेलर्स में लूट की योजना रच रहे 8 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
- गिरफ्तार अपराधियों में बिहार के कुख्यात अपराधी धीरज मिश्रा गिरोह के सदस्य शामिल हैं।
- आरोपियों के पास से 6 देसी कट्टा, 10 जिंदा गोली, 2 चाकू, 8 मोबाइल, 3 बाइक, 1 स्कूटी और 15,000 रुपये नगद बरामद हुए।
- कार्रवाई एसडीपीओ नीरज कुमार के नेतृत्व में की गई, जिनकी टीम ने शहर के टंडवा चौक और शाहपुर मार्ग पर पेट्रोलिंग की।
- गिरोह बड़े कारोबारियों को निशाना बनाने की योजना बना रहा था, जिसमें पूर्व में भी रूप अलंकार ज्वेलर्स लूट शामिल थी।
- पुलिस की तत्परता और समय पर कार्रवाई ने बड़ी घटना को रोकने में सफलता दिलाई।
गढ़वा में मंगलवार को पुलिस ने एक बड़ी लूट की योजना को समय रहते नाकाम कर दिया। गढ़वा थाना क्षेत्र के मेन रोड पर स्थित रूप अलंकार ज्वेलर्स में लूट की योजना बनाने वाले आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अपराधियों में बिहार के कुख्यात अपराधी धीरज मिश्रा गिरोह के सदस्य शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से 6 देसी कट्टा, 10 जिंदा गोली, 2 चाकू, 8 मोबाइल, 3 मोटरसाइकिल, 1 स्कूटी और 15,000 रुपये नगद बरामद किए।
पुलिस की कार्रवाई
गृह सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गढ़वा एसपी को गुप्त सूचना मिली कि शहर में ज्वेलरी शॉप को लूटने की योजना बनाई जा रही है। इसके बाद एसडीपीओ नीरज कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। टीम ने टंडवा चौक से लेकर शाहपुर मार्ग तक पेट्रोलिंग की और सख्त चेकिंग के दौरान तीन बाइक पर सवार आठ अपराधियों को पूरे शहर के पूरनचंद चौक टंडवा से गिरफ्तार कर लिया।
एसडीपीओ नीरज कुमार ने बताया: “समय रहते की गई कार्रवाई ने बड़ी घटना को रोक दिया। अपराधियों के पास से बरामद सामान और हथियार उनकी योजना को स्पष्ट करता है।”
अपराधियों की पहचान और योजना
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल हैं: आनंद कुमार रवि, अनुराग कुमार, दीपक कुमार मांझी, सरोज कुमार, बबी कुमार राम, अजीत कुमार उर्फ छोटू और अन्य। इनमें से कुछ अपराधी गढ़वा और पलामू के हैं, जबकि तीन अपराधी बिहार से हैं। ये सभी बक्सर के धीरज मिश्रा के गिरोह के सदस्य हैं, जो झारखंड के विभिन्न जिलों में लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
पुलिस ने बताया कि अजीत कुमार पूर्व में जेल में था और वहीं धीरज मिश्रा गिरोह के अन्य सदस्यों से उसकी दोस्ती हुई। इसके बाद मिलकर उन्होंने लूट की योजना बनाई थी।
धीरज मिश्रा खुद कुछ साथियों के साथ लूट के समय दिलदार चौक के पास मौजूद था, लेकिन पुलिस की सक्रियता से वह मौके से फरार हो गया। समय रहते गिरफ्तारी ने रूप अलंकार ज्वेलर्स और अन्य व्यवसायियों को संभावित बड़े नुकसान से बचा लिया।
स्थानीय सुरक्षा और प्रशासन की तत्परता
पुलिस की तत्परता और गुप्त सूचना प्रणाली ने इस गंभीर अपराध को रोकने में अहम भूमिका निभाई। शहर में लगातार पेट्रोलिंग और निगरानी बढ़ाकर प्रशासन ने अपराधियों के मनसूबे को विफल कर दिया।
एसडीपीओ नीरज कुमार ने बताया: “यह गिरोह बड़े कारोबारियों को टारगेट करता है और इसके सदस्य कई बार जेल जा चुके हैं। हमारी टीम की सतर्कता और गुप्त सूचना ने समय रहते अपराध को रोकने में सफलता दिलाई।”
न्यूज़ देखो: सतर्क पुलिस और समय पर कार्रवाई ने रोकी बड़ी लूट
यह घटना यह दिखाती है कि समय पर सूचना और सक्रिय पुलिसिंग से गंभीर अपराधों को रोका जा सकता है। प्रशासन और पुलिस की तत्परता ने व्यवसायियों और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
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सजग नागरिकता और सुरक्षा जागरूकता
व्यापार और नागरिक जीवन में सुरक्षा सर्वोपरि है। समय रहते पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई ने हमें याद दिलाया कि सतर्क रहना और सही सूचना देना समाज की सुरक्षा में कितना अहम है। अपने आसपास के लोगों को भी अपराधों से जागरूक करें, इस खबर को साझा करें और सुरक्षा के प्रति सजग रहने का संदेश फैलाएं।