
#गढ़वा #नीलगायमौत – ग्रामीणों की सतर्कता से वन विभाग हुआ अलर्ट, जहरीले पदार्थ या शिकार की आशंका
- गढ़वा के सुखबाना गांव में मृत अवस्था में मिली गर्भवती नीलगाय
- ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने शुरू की जांच
- प्राथमिक जांच के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया
- शिकार या जहर की आशंका, पुष्टि रिपोर्ट के बाद
- वन विभाग से क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने की मांग
खेत के पास संदिग्ध अवस्था में पड़ी थी नीलगाय
गढ़वा। गढ़वा थाना क्षेत्र के नवादा पंचायत अंतर्गत सुखबाना गांव में मंगलवार को एक गर्भवती नीलगाय की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
ग्रामीणों ने जब गांव के समीप खेत के पास एक नीलगाय को मृत अवस्था में देखा, तो तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी।
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
ग्रामीणों का संदेह है कि नीलगाय की मौत किसी जहरीले पदार्थ या शिकारी गतिविधि के कारण हो सकती है, हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
गर्भवती होने की पुष्टि से गंभीर हुई जांच
वन विभाग ने प्रारंभिक जांच में नीलगाय के गर्भवती होने की संभावना जताई है, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ गई है।
शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की तैयारी चल रही है, ताकि वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।
“हमें मामले की जानकारी मिली है। हमारी टीम मौके पर है और जांच चल रही है। रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी,”
— अंशुमान, वन प्रमंडल पदाधिकारी (DFO), गढ़वा
ग्रामीणों में फैली चिंता, सुरक्षा पर सवाल
ग्रामीणों ने घटना पर गंभीर चिंता जताई है और वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने वन विभाग से मांग की है कि क्षेत्र में वन्यजीवों की सुरक्षा और निगरानी बढ़ाई जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
“ऐसी घटनाएं नीलगाय जैसे शांत वन्य जीवों के लिए खतरा बन सकती हैं। हमें वन विभाग से उम्मीद है कि वह सख्त कार्रवाई करेगा।”
— स्थानीय ग्रामीण
न्यूज़ देखो: प्रकृति की रक्षा, समाज की जिम्मेदारी
वन्यजीवों की सुरक्षा सिर्फ वन विभाग की ही नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
न्यूज़ देखो ग्रामीणों की सतर्कता और वन विभाग की तत्परता की सराहना करता है।
आइए, एकजुट होकर प्रकृति की रक्षा करें।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
एक चेतावनी, एक जिम्मेदारी
गढ़वा में नीलगाय की यह घटना हमें याद दिलाती है कि वन्यजीव संरक्षण कोई विकल्प नहीं, बल्कि आवश्यकता है।
हमें सजग रहना होगा और वन्य जीवन के साथ सद्भाव बनाए रखना होगा।
यदि आप किसी संदिग्ध गतिविधि को देखें, तो वन विभाग को सूचना दें।