
#GarhwaNews #RationScam #LiquorOvercharge #SDMJanch : औचक निरीक्षण से मेराल में डीलर द्वारा कम राशन देने और शराब दुकान में अधिक मूल्य वसूली की हुई पुष्टि
- चरका पत्थर पूर्वी में डीलर संजय प्रसाद गुप्ता की दुकान में घटतौली की पुष्टि
- लाभुकों को 35 किलो के बजाय दिया जा रहा था सिर्फ 33 किलो राशन
- शराब दुकान पर प्रति बोतल 10–20 रुपये अधिक वसूली पर एसडीओ का गुस्सा
- डीलर व सेल्सकर्मियों पर होगी अनुशासनात्मक व कानूनी कार्रवाई
- जांच रिपोर्ट उपायुक्त व विभागीय पदाधिकारियों को भेजी जाएगी
गरीबों के निवाले में सेंध: राशन डीलर की पोल खुली
गढ़वा। मेराल प्रखंड के चरका पत्थर पूर्वी पंचायत में एसडीएम संजय कुमार ने जब शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया, तो राशन डीलर संजय प्रसाद गुप्ता की दुकान पर घटतौली की पुष्टि हुई। मौके पर मौजूद लाभुकों के थैलों की तौल की गई तो 35 किलो के बदले केवल 33 किलो ही निकला।
“हमें हर बार कम राशन दिया जाता है, लेकिन डर के कारण कुछ नहीं कह पाते।”
— एक लाभुक, नाम न छापने की शर्त पर
जब इस पर डीलर से पूछा गया तो उसने गोदाम से कम राशन मिलने का बहाना बनाया। लेकिन जब गोदाम से भेजे गए बोरों का वजन किया गया तो 50 किलो बोरा वास्तव में 50.5 किलो निकला। यानि डीलर की सफाई झूठी साबित हुई।
एसडीएम संजय कुमार ने इसे गरीबों के हक पर डाका करार दिया और सख्त शब्दों में चेतावनी दी:
“यह केवल अनैतिक नहीं बल्कि आपराधिक मामला है, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
— संजय कुमार, एसडीएम गढ़वा
शराब दुकान में भी बेईमानी: ग्राहक से वसूले 10–20 रुपये ज्यादा
इसी दिन एसडीएम ने मेराल की सरकारी शराब दुकान की भी गुप्त जांच की। वहां भी मुद्रित दर से अधिक मूल्य वसूलते हुए सेल्सकर्मी पकड़े गए। उन्होंने ग्राहकों से हर बोतल पर 10–20 रुपये ज्यादा लिए जा रहे थे।
सेल्समैन पवन कुमार, कृष्ण मुरारी दुबे और छोटू गुप्ता ने बताया कि वे केएस प्लेसमेंट कंपनी के कर्मचारी हैं और ये अतिरिक्त रकम अपने निजी खर्चों के लिए लेते हैं।
“आपका यह कृत्य सरकारी प्रतिष्ठान की साख को नुकसान पहुंचा रहा है, भविष्य में दोहराया गया तो कड़ी कार्रवाई होगी।”
— संजय कुमार, एसडीएम गढ़वा
दुकान में नहीं मिला बोर्ड, नहीं दिखी मूल्य सूची
सरकारी दुकान होने के बावजूद वहां न कोई बोर्ड था, न मूल्य सूची। यह भी नियमों का उल्लंघन है। एसडीएम ने कहा कि इस संबंध में लिखित प्रतिवेदन उपायुक्त एवं संबंधित अधिकारियों को भेजा जा रहा है ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सके।



न्यूज़ देखो: ईमानदारी ही विकास का रास्ता है
सरकार की योजनाएं आमजन तक तभी ठीक से पहुंचती हैं जब ज़िम्मेदार पदाधिकारी सतर्क और संवेदनशील रहें। एसडीएम की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि अब लापरवाही और भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं रहेगी।
न्यूज़ देखो अपील करता है कि अगर आप भी किसी प्रकार की गड़बड़ी देखें, तो उसे उजागर करने से पीछे न हटें। आपकी जागरूकता से समाज बदलेगा।