- गाइनी चिकित्सक की अनुपस्थिति के कारण मरीजों को इलाज नहीं मिल पाया।
- दुष्कर्म पीड़ित महिलाओं का मेडिकल भी नहीं हो सका।
- मरीजों ने उपाधीक्षक से शिकायत की, लेकिन उपाधीक्षक भी अस्पताल में नहीं थे।
- सदर अस्पताल में गाइनी ओपीडी के संचालन में लापरवाही का मामला।
गढ़वा: सदर अस्पताल में सोमवार को गाइनी ओपीडी संचालित नहीं हुआ। हालांकि रविवार को गणतंत्र दिवस को लेकर ओपीडी बंद रख कर सिर्फ इमर्जेंसी सेवा संचालित हुआ था। इस कारण सोमवार को बड़ी संख्या में महिला मरीज गाइनी ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे थे। लेकिन सुबह नौ बजे से लेकर शाम तीन बजे तक कोई भी चिकित्सक गाइनी ओपीडी में नहीं आया। इससे निराश होकर मरीज घर लौटने को विवश हुए।
गाइनी ओपीडी में चिकित्सक का न पहुंचना:
बता दें कि सोमवार को गाइनी ओपीडी में डा. पुष्पा कुमारी की ड्यूटी थी। लेकिन डा. पुष्पा कुमारी ड्यूटी में नहीं पहुंची। मरीजों ने उपाधीक्षक के कार्यालय में जाकर इसकी शिकायत की, लेकिन उपाधीक्षक डा. हरेनचंद्र महतो भी अपने कार्यालय में नहीं थे। कार्यालय कर्मियों ने मरीजों को बताया कि उपाधीक्षक किसी को प्रभार देकर गढ़वा से बाहर गए हैं।
दुष्कर्म पीड़िता का मेडिकल न हो पाना:
इधर, गाइनी ओपीडी में चिकित्सक के नहीं आने का खामियाजा सिर्फ मरीजों को ही नहीं भुगतना पड़ा, बल्कि ओपीडी के दौरान दुष्कर्म पीड़िता का भी मेडिकल नहीं हो सका। इनमें एक दुष्कर्म पीड़िता को हरिहरपुर ओपी पुलिस और एक अन्य दुष्कर्म पीड़िता को रंका थाना पुलिस ने मेडिकल कराने के लिए सदर अस्पताल लेकर पहुंची थी। लेकिन गाइनी विभाग में चिकित्सक के गायब रहने के कारण दोनों थाना क्षेत्र की पुलिस भी दुष्कर्म पीड़िताओं को लेकर सदर अस्पताल में ही इंतजार करती रही।
चिकित्सक की अनुपस्थिति पर मरीजों का विरोध:
मरीजों ने चिकित्सक के न पहुंचने पर नाराजगी जताई और अस्पताल प्रशासन से बेहतर सेवाओं की मांग की। इससे अस्पताल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
अस्पताल में गाइनी ओपीडी के चिकित्सक की अनुपस्थिति से मरीजों को होने वाली समस्याओं और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर चिंताएं बढ़ने लगी हैं। इसकी जांच और सुधार की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में मरीजों को ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े।
यह घटना अस्पताल प्रशासन के प्रति गंभीर सवाल उठाती है, और यह जरुरी है कि अस्पताल सेवाओं में इस तरह की असुविधा से बचने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। मरीजों को अधिक सुविधा और स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रशासन को और अधिक सक्रिय होना चाहिए। न्यूज़ देखो से जुड़ी रहें, ताकि ऐसी घटनाओं पर ताजातरीन अपडेट्स मिले।