
हाइलाइट्स:
- डॉक्टरों की लापरवाही से परेशान मरीजों ने किया हंगामा
- गायनी ओपीडी में महिला चिकित्सक एक घंटे तक नदारद
- अस्पताल प्रशासन ने जांच की बात कही, लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं
डॉक्टरों की मनमानी जारी, मरीजों की बढ़ी परेशानी
गढ़वा सदर अस्पताल में डॉक्टरों की अनुपस्थिति का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। News देखो के साथ साथ विभिन्न अखबारों में खबर प्रकाशित होने के बाद कुछ डॉक्टर ड्यूटी पर समय से आने लगे हैं, लेकिन अब भी कई डॉक्टर अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
सोमवार को गायनी ओपीडी में शाम 4 बजे से 6 बजे तक की ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक करीब 1 घंटे तक नदारद रहीं। मरीज और उनके परिजन लंबे इंतजार के बाद परेशान होकर हंगामा करने लगे। आखिरकार करीब 5 बजे डॉक्टर पहुंचीं, तब जाकर इलाज शुरू हुआ।
गलत नाम का बोर्ड, ड्यूटी से नदारद डॉक्टर
जानकारी के मुताबिक, अस्पताल प्रशासन द्वारा बनाए गए रोस्टर के अनुसार सोमवार को डॉ. सीमा कुमारी की ड्यूटी थी, लेकिन ओपीडी में डॉ. पुष्पा कुमारी का बोर्ड लगा था। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी ड्यूटी नहीं थी और बोर्ड किसने लगाया, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।
“चिकित्सक को फोन कर तत्काल बुलाया गया था, और देर से आने के कारणों की जांच की जाएगी।” – हरेंद्र चंद महतो, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल
प्रशासन की चुप्पी, मरीजों की मुश्किलें
यह पहली बार नहीं हुआ है, बल्कि सदर अस्पताल में डॉक्टरों की ड्यूटी से गैरमौजूदगी आम बात हो गई है। हर बार जब लापरवाही सामने आती है, तो प्रशासन केवल जांच की बात कहकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देता है।
“बार-बार लापरवाही के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की गई?”
मरीजों की परेशानियों को देखते हुए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में कोई भी डॉक्टर अपनी ड्यूटी से लापता न हो सके।
न्यूज़ देखो: स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार कब?
सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई करेगा या फिर मरीजों की परेशानियां यूं ही बनी रहेंगी? ‘न्यूज़ देखो’ इस मुद्दे पर लगातार नजर बनाए रखेगा।