- गढ़वा सदर अस्पताल के पास 3 वर्षीय बच्चे को बहला-फुसलाकर टेंपो में बिठाने की घटना।
- चार महिलाओं पर बच्चे को उठाने का शक, पर ग्रामीणों की सतर्कता से मामला सुलझा।
- पुलिस ने इसे भटकते बच्चे का मामला बताया, बच्चा सुरक्षित लौटाया गया।
गढ़वा: सोमवार को गढ़वा सदर अस्पताल के पास एक 3 वर्षीय बच्चे को बहला-फुसलाकर टेंपो में बिठाने की घटना सामने आई। यह बच्चा चिरोजिया गांव निवासी प्रशांत पासवान की बेटी कीर्ति कुमारी थी, जो अपनी दादी के साथ इलाज के लिए अस्पताल आई थी।
घटना के दौरान, रंका मोड़ की ओर जा रहे एक टेंपो में सवार चार महिलाओं ने बच्चे को बहलाकर गाड़ी में बैठा लिया। बच्चे के परिजनों ने जब उसे अस्पताल के पास नहीं देखा, तो उन्होंने रोना-चिल्लाना शुरू कर दिया।
ग्रामीणों की सतर्कता
आसपास के ग्रामीणों ने तुरंत स्थिति को समझते हुए टेंपो चालक को फोन किया। चालक ने गाड़ी रोककर महिलाओं से पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि बच्चा उनका नहीं था। इसके बाद बच्चा परिजनों को सुरक्षित लौटा दिया गया।
पुलिस का बयान
“यह घटना बच्चा भटकने का मामला है। बच्चे को रोते देख एक महिला ने उसे अपने पास रख लिया था। जैसे ही माता-पिता से संपर्क हुआ, बच्चा सुरक्षित लौटा दिया गया। अब तक इस संबंध में थाना को कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है।” – बृज कुमार, थाना प्रभारी, गढ़वा
ग्रामीणों की भूमिका
ग्रामीणों की सूझबूझ और सतर्कता से यह घटना टल गई। इससे गढ़वा सदर अस्पताल और आसपास के लोगों के बीच सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है।
निष्कर्ष
यह घटना बताती है कि सतर्कता और सामुदायिक प्रयासों से बड़ी घटनाओं को टाला जा सकता है। झारखंड की हर घटना और अपडेट के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।