गढ़वा विधानसभा चुनाव 2019 बनाम 2024: प्रत्याशियों के प्रदर्शन का विश्लेषण

गढ़वा विधानसभा सीट झारखंड की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। 2019 और 2024 के चुनावी नतीजों के तुलनात्मक अध्ययन से इस क्षेत्र के मतदाताओं के रुझान, प्रमुख दलों की स्थिति और प्रत्याशियों के व्यक्तिगत प्रभाव का पता चलता है।


1. मिथिलेश कुमार ठाकुर (JMM)


2. सत्येंद्र नाथ तिवारी (BJP)


3. मंदीप मल्लाह (2019: AITC, 2024: JKP)


4. मोहम्मद नजीबुद्दीन खान (AIMIM)


5. दिलीप कुमार तिवारी (IND)


6. सुजाउद्दीन अंसारी (IND)


7. गोरख नाथ महतो (IND)


8. अजय कुमार चौधरी (BSP)


9. अन्य निर्दलीय और छोटे दल

2019 और 2024 में कई निर्दलीय और छोटे दलों ने चुनाव लड़ा, लेकिन उनके प्रदर्शन में गिरावट देखी गई। 2024 में निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या अधिक थी, लेकिन उनके वोट शेयर में कमी आई।


निष्कर्ष: क्या बदला और क्यों?

  1. BJP की बड़ी वापसी:
    सत्येंद्र नाथ तिवारी की जीत ने क्षेत्र में BJP की स्थिति को मजबूत किया है। यह जीत केंद्र और राज्य की नीतियों के साथ स्थानीय मुद्दों पर उनकी पकड़ को दर्शाती है।
  2. JMM का कमजोर प्रदर्शन:
    मिथिलेश ठाकुर ने 2019 की तुलना में अधिक वोट हासिल किए, लेकिन BJP के मजबूत प्रदर्शन के सामने वह टिक नहीं सके।
  3. छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों का प्रदर्शन:
    इनका प्रभाव लगातार कम हो रहा है। मतदाता अब मुख्य दलों पर अधिक भरोसा जता रहे हैं।
  4. क्षेत्रीय और जातीय समीकरण:
    BJP ने जातीय समीकरणों को साधने में सफलता पाई है, जबकि JMM को अपने मजबूत क्षेत्रों में भी चुनौती मिली है।

2024 का परिणाम दिखाता है कि गढ़वा क्षेत्र के मतदाता अब प्रदर्शन और प्रभावशाली नेतृत्व को महत्व दे रहे हैं।

Exit mobile version