
#गारू #भूस्खलन : दुवरसेनि घाटी में मलबे से जाम हुआ संपर्क मार्ग—मरीजों और स्कूली बच्चों को भारी परेशानी
- बुधवार को मूसलधार बारिश के कारण गारू प्रखंड की दुवरसेनि घाटी में बड़ा भूस्खलन
- गारू-महुआडाड़ मुख्य सड़क पर भारी मात्रा में मलबा और चट्टानें गिरने से यातायात पूरी तरह बाधित
- मार्ग बंद होने से मरीजों, स्कूली बच्चों, दैनिक यात्रियों और आपात सेवाओं को भारी कठिनाई
- ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द सड़क से मलबा हटाने और यातायात बहाल करने की मांग की
- यह मार्ग गारू को महुआडाड़ सहित कई गांवों से जोड़ता है—प्रभाव क्षेत्र में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त
बारिश के बाद पहाड़ी दरकने से पूरी घाटी ठप
बुधवार को हुई भारी बारिश के बाद गारू प्रखंड के दुवरसेनि घाटी में भूस्खलन की बड़ी घटना सामने आई है, जहां भारी मलबा और चट्टानें गारू-महुआडाड़ मुख्य मार्ग पर गिर गईं। यह मार्ग अब पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है, जिससे गारू से महुआडाड़ और उससे जुड़े कई गांवों का सड़क संपर्क पूरी तरह कट गया है।
प्राकृतिक आपदा के कारण वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद है, और जो लोग रास्ते में थे, उन्हें वापस लौटना पड़ा। घाटी में सड़क के दोनों ओर लंबी कतारों में वाहन फंसे हुए हैं।
मरीजों और बच्चों को आवागमन में सबसे ज्यादा दिक्कत
सड़क अवरुद्ध होने का सबसे ज्यादा असर मरीजों, स्कूल जाने वाले बच्चों और आवश्यक सेवाओं पर पड़ा है। गारू के कई ग्रामीण क्षेत्रों से मरीजों को इलाज के लिए महुआडाड़ और लातेहार ले जाया जाता है, लेकिन रास्ता बंद होने से उन्हें भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, छात्रों को स्कूल तक पहुंचना असंभव हो गया है।
एक स्थानीय अभिभावक ने कहा: “बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल हो गया है। अगर किसी की तबीयत खराब हो जाए तो अस्पताल ले जाना नामुमकिन है।”
ग्रामीणों ने जताई चिंता, प्रशासन से राहत कार्य की मांग
दुवरसेनि घाटी के पास रहने वाले ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से त्वरित राहत और बहाली की मांग की है। उनका कहना है कि यह सड़क गारू की जीवनरेखा है, और इसके बंद होने से पूरा इलाका बाहरी संपर्क से कट गया है।
ग्रामीण राजकुमार भगत ने बताया: “हम प्रशासन से अपील करते हैं कि जल्द से जल्द मलबा हटाया जाए। अगर देरी हुई तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है।”
मार्ग बहाली नहीं हुई तो हालात हो सकते हैं और गंभीर
भूस्खलन के कारण घाटी में बनी स्थिति स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। अगर जल्द कार्य नहीं हुआ, तो बारिश के कारण मलबा और अधिक फैल सकता है, जिससे स्थिति और जटिल हो सकती है। ग्रामीणों को दैनिक उपयोग की वस्तुएं लाने-ले जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
न्यूज़ देखो: पहाड़ी इलाकों में बुनियादी संरचना पर फिर से सवाल
न्यूज़ देखो का मानना है कि गारू-महुआडाड़ जैसी अहम सड़कों पर बारिश के मौसम में बार-बार बाधा आना प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़ा करता है। पहाड़ी क्षेत्रों में सड़कों के किनारे सुरक्षात्मक निर्माण और जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण ऐसी घटनाएं बार-बार होती हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह भविष्य की घटनाओं से बचाव के लिए स्थायी समाधान सुनिश्चित करे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग नागरिकों की ज़िम्मेदारी, जागरूकता ही सुरक्षा
इस खबर को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक साझा करें और प्रशासन तक ग्रामीणों की मांगें पहुंचाएं। आपकी एक आवाज़ किसी आपदा में फंसे व्यक्ति के लिए राहत बन सकती है। आइए, मिलकर समाधान का रास्ता बनाएं और सजग समाज की ओर कदम बढ़ाएं।