Site icon News देखो

गर्व: झारखंड का लाल जम्मू-कश्मीर में शहीद, शादी से पहले देश के लिए दिया बलिदान

कैसे हुआ हमला?

मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास एक आईईडी धमाका हुआ, जिसमें भारतीय सेना के कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी और नायक मुकेश शहीद हो गए। इस हमले में एक अन्य जवान घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।

करमजीत सिंह बक्शी का परिवार और पृष्ठभूमि

करमजीत सिंह हजारीबाग के जुलू पार्क इलाके के निवासी थे। उनके पिता अजिंदर सिंह बक्शी क्वालिटी टेंट हाउस का व्यवसाय चलाते हैं, जबकि माता नीलू बक्शी गृहिणी हैं। करमजीत अपने परिवार के बड़े बेटे थे और उनकी एक छोटी बहन भी है।

उन्होंने गुवाहाटी से पढ़ाई की थी और वर्ष 2023 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। 16 जनवरी को वह एक हफ्ते की छुट्टी पर घर आए थे, जहां परिवार में हुई शादी में शामिल हुए और अपनी शादी की तैयारियों में जुटे थे। 24 जनवरी को उन्होंने दोबारा ड्यूटी ज्वाइन की और जम्मू-कश्मीर लौट गए।

पिता की आंखों में गर्व, लेकिन दिल में दर्द

शहादत की खबर मिलते ही पूरा हजारीबाग शोक में डूब गया। करमजीत के पिता अजिंदर सिंह को यह दुखद समाचार सेना ने दिया, उस वक्त वह अपनी पत्नी के साथ एक शादी समारोह में थे। बेटे की शहादत की खबर सुनते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

शहीद के पिता ने कहा:

“मेरा बेटा देश के लिए कुर्बान हो गया, यह गर्व की बात है, लेकिन उसकी शादी से पहले इस तरह जाना दिल तोड़ देने वाला है।”

शहादत को सलाम, अंतिम विदाई की तैयारी

सेना की ओर से बताया गया कि शहीद करमजीत सिंह बक्शी का पार्थिव शरीर आज सुबह 11 बजे रांची एयरपोर्ट पहुंचेगा और इसके बाद दोपहर 2 बजे हजारीबाग लाया जाएगा। उनकी शहादत को लेकर पूरे शहर में शोक और सम्मान का माहौल है।

व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने शहीदों को नमन करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा:

“हम अपने वीर सैनिकों को सलाम करते हैं, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर दिया।”

जम्मू-कश्मीर में बढ़ा आतंकी खतरा

पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। राजौरी और पुंछ सेक्टर में लगातार हमले हो रहे हैं। सोमवार को नौशेरा सेक्टर में एक जवान को सीमा पार से गोली मारी गई थी।

News देखो

करमजीत सिंह बक्शी की शहादत हमेशा याद रखी जाएगी। उनका बलिदान हमें यह याद दिलाता है कि हमारी आजादी की कीमत किसी न किसी के सपनों और खुशियों से चुकाई गई है। News देखो से जुड़े रहें और देश-प्रदेश की हर बड़ी खबर सबसे पहले पाएं।

Exit mobile version