
#गुमला #सार्वजनिक_निर्माण : आयुष्मान आरोग्य मंदिर की जर्जर स्थिति को देखते हुए उप विकास आयुक्त ने तुरंत जांच और मरम्मत के आदेश दिए
- घाघरा प्रखंड के चूंदरी पंचायत में आयुष्मान आरोग्य मंदिर की घटिया निर्माण गुणवत्ता सामने आई।
- केवल छह महीने में भवन का प्लिंथ प्रोटेक्शन टूट गया और दीवारों में दरारें पड़ गईं।
- शौचालय में सस्ती पाइपलाइन लगी होने के कारण पानी की व्यवस्था बाधित हुई।
- उप विकास आयुक्त दिलेश्वर महतो ने मौके पर निरीक्षण किया और गुणवत्ता जांच के आदेश दिए।
- संवेदक (ठेकेदार) को दोबारा गुणवत्तापूर्ण निर्माण कराने का निर्देश दिया गया।
गुमला जिले के घाघरा प्रखंड में चूंदरी पंचायत के आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निर्माण महज छह महीने पहले हुआ था, लेकिन अब इसका प्लिंथ प्रोटेक्शन टूटने लगा और दीवारों में दरारें दिखाई देने लगी हैं। ग्रामीणों ने उप विकास आयुक्त दिलेश्वर महतो को इस खराब निर्माण की जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान उप विकास आयुक्त ने जर्जर स्थिति का व्यक्तिगत रूप से संज्ञान लिया और निर्माण में लापरवाही पाए जाने पर उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए।
शौचालय की पाइपलाइन भी घटिया गुणवत्ता की पाई गई, जिससे टैंक में पानी की आपूर्ति बाधित हुई। उप विकास आयुक्त ने संवेदक को तत्काल भवन की मरम्मत कराने और गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकारी निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आंगनबाड़ी केंद्रों का भी निरीक्षण
आयुष्मान आरोग्य मंदिर के निरीक्षण के बाद उप विकास आयुक्त ने नवडीहा और चूंदरी पंचायतों के आंगनबाड़ी केंद्रों का दौरा किया। उन्होंने बच्चों की उपस्थिति, पोषण आहार, गतिविधियाँ और केंद्रों की वर्तमान स्थिति का अवलोकन किया। जर्जर केंद्रों को सुधारने के लिए BDO दिनेश कुमार और CO खाखा सुशील कुमार को तत्काल मरम्मत के आदेश दिए गए। बच्चों को प्रतिदिन केंद्र आने के लिए प्रोत्साहित किया गया और उन्हें टॉफी वितरित की गई।
ग्रामीणों ने प्रशासन से उम्मीद जताई है कि शीघ्र ही आवश्यक कार्रवाई करके स्वास्थ्य केंद्र और मंदिर की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया कि प्रशासन सरकारी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और जनता की सुरक्षा के प्रति गंभीर है।

न्यूज़ देखो: सरकारी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और निगरानी का महत्व
चूंदरी पंचायत का यह मामला दर्शाता है कि केवल योजना बनाना पर्याप्त नहीं है, बल्कि निर्माण गुणवत्ता और समय पर निगरानी भी अनिवार्य है। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करके निर्माण में लापरवाही की रोकथाम का संदेश दिया।
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सजग नागरिक बनें और गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की मांग करें
प्रत्येक नागरिक को सरकारी निर्माण कार्यों और स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए। अगर किसी परियोजना में कमी दिखाई दे तो तुरंत शिकायत करें और प्रशासन से कार्रवाई की अपेक्षा रखें। अपनी राय साझा करें, इस खबर को शेयर करें और अपने क्षेत्र में निर्माण गुणवत्ता सुनिश्चित करने में सक्रिय भूमिका निभाएँ।





