
#गढ़वा #स्वास्थ्यजागरूकता : जायंट्स ग्रुप आस्था ने प्रथम सेवा सप्ताह के तहत शुगर और बीपी जांच का निःशुल्क मेडिकल कैम्प आयोजित कर लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श दिया
- जायंट्स ग्रुप आस्था गढ़वा के तत्वाधान में प्रथम सेवा सप्ताह के अंतर्गत दिनांक 17 सितंबर 2025 को निःशुल्क मेडिकल कैम्प आयोजित किया गया।
- मेडिकल ऑफिसर डॉ अशोक सोनी के क्लिनिक में आयोजित शिविर में कुल 30 मरीजों की शुगर और ब्लड प्रेशर जांच की गई।
- जांच के दौरान टेक्नीशियन डॉ राशिद आलम ने मरीजों को समय पर भोजन, सुबह टहलने, योग, मेडिटेशन और तैलीय पदार्थ कम करने के उपाय बताये।
- मरीजों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए व्यक्तिगत परामर्श दिया गया और जीवनशैली सुधार के महत्व को समझाया गया।
- कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख सदस्य थे: अध्यक्ष विराट राजा विश्वास, उपाध्यक्ष अमित शर्मा, निदेशक उत्तम कुमार जायसवाल, सदस्य सुमित कुमार, अभियंता जयप्रकाश कुमार।
- डॉ अशोक सोनी ने कहा: “हर दिन को आखिरी समझकर जियो, लेकिन हर दिन अपनी सेहत का ख्याल जरूर रखो।”
जायंट्स ग्रुप आस्था गढ़वा द्वारा आयोजित यह स्वास्थ्य शिविर स्थानीय लोगों के लिए स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और नियमित जांच की महत्ता को उजागर करने वाला रहा। शिविर में उपस्थित लोगों को शुगर और ब्लड प्रेशर की जानकारी देते हुए उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की सलाह दी गई। इसके साथ ही स्वास्थ्य संबंधी छोटी-छोटी आदतों में सुधार करने की प्रेरणा भी दी गई।
शिविर के आयोजन का उद्देश्य और योगदान
यह शिविर न केवल लोगों को स्वास्थ्य परीक्षण की सुविधा प्रदान करता है, बल्कि उन्हें अपने दैनिक जीवन में स्वास्थ्य-संबंधी सावधानियों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है। जागरूकता के तहत लोगों को बताया गया कि समय पर भोजन करना, नियमित व्यायाम, योग और मेडिटेशन अपनाना अत्यंत आवश्यक है। साथ ही तैलीय और अस्वास्थ्यकर भोजन से परहेज करने की सलाह दी गई।
सहभागियों की भूमिका
इस शिविर में उपस्थित डॉ अशोक सोनी, डॉ राशिद आलम, विराट राजा विश्वास, अमित शर्मा, उत्तम कुमार जायसवाल, सुमित कुमार, जयप्रकाश कुमार समेत अन्य सदस्य सक्रिय रूप से शामिल रहे। उन्होंने सभी मरीजों की जांच की, व्यक्तिगत सलाह दी और स्वास्थ्य जागरूकता संबंधी जानकारी साझा की। यह सहभागिता यह दर्शाती है कि सामूहिक प्रयासों से स्वास्थ्य क्षेत्र में जागरूकता फैलाना संभव है।
जागरूकता और परामर्श
शिविर के दौरान लोगों को समझाया गया कि समय पर भोजन करना, सुबह टहलना, योग करना, मेडिटेशन करना और तैलीय पदार्थों का सेवन कम करना जीवनशैली सुधार के लिए आवश्यक हैं। जैविक और प्राकृतिक उपाय अपनाकर शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। डॉ राशिद आलम ने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी छोटी आदतों में सुधार से दीर्घकालिक स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
न्यूज़ देखो: स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने में सामूहिक प्रयासों की अहमियत
यह शिविर स्पष्ट रूप से दिखाता है कि समुदाय के प्रयास और सामाजिक संगठन मिलकर स्थानीय लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ा सकते हैं। नियमित जांच, उचित परामर्श और जीवनशैली सुधार की जानकारी देने से लोगों में स्वास्थ्य सुधार की प्रवृत्ति उत्पन्न होती है।
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