- डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने बालमुकुंद, अतिवीर, निरंजन, और वेंकटेश्वर प्लांट को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्देश दिया।
- प्लांट से फैल रहे प्रदूषण और मजदूरों की समस्याओं पर असंगठित मजदूर मोर्चा ने ज्ञापन सौंपा।
- वन भूमि में प्लांट संचालन की जांच के लिए एसडीएम के नेतृत्व में टीम गठित।
- ईएसपी (इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रेसिपिटेटर) मशीन लगाने तक प्लांट बंद रहेंगे।
घटना का विवरण:
गिरिडीह में मंगलवार को असंगठित मजदूर मोर्चा के सदस्यों ने औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरों और ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा को ज्ञापन सौंपा। मुख्य मुद्दों में प्लांट से फैल रहे प्रदूषण और मजदूरों की सुरक्षा और अधिकारों का उल्लंघन शामिल रहा।
डीसी ने प्रदूषण को गंभीरता से लेते हुए बालमुकुंद, अतिवीर, निरंजन, और वेंकटेश्वर प्लांट को ईएसपी मशीन स्थापित करने तक बंद रखने का आदेश दिया। साथ ही, वन भूमि में संचालित प्लांट की जांच के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में एक टीम गठित की गई है।
मजदूर संघ की मांगें:
- प्लांट में मजदूरों से आठ घंटे के बजाय 12 घंटे काम लेने पर रोक।
- बेरोजगार युवाओं को प्लांट में रोजगार देने की मांग।
- मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी, सालाना बोनस, और ईएसआई का लाभ दिलाने का आग्रह।
- पीएफ कटौती और सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने की मांग।
- शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार प्रशिक्षण की व्यवस्था करने का सुझाव।
डीसी की प्रतिक्रिया:
उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने मजदूर संघ की मांगों को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रदूषण और मजदूरों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करने का भरोसा जताया गया।
‘न्यूज़ देखो’ के साथ जुड़े रहें:
गिरिडीह और झारखंड से जुड़ी हर नई खबर और ताजा अपडेट के लिए पढ़ते रहें ‘न्यूज़ देखो’, जहां आपको मिलेंगी सटीक और विस्तृत जानकारियां।