- गिरिडीह सदर अस्पताल में 639 आउटसोर्सिंग कर्मियों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया
- मानदेय भुगतान और ईपीएफ समस्याओं को लेकर कर्मियों ने विरोध जताया
- कर्मियों का आरोप: बढ़े हुए मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा
- कई कर्मियों को 4 माह का वेतन बकाया, कुछ को एक माह का वेतन भी नहीं मिला
गिरिडीह जिले के सदर अस्पताल परिसर में बुधवार को जेएलकेएम के बैनर तले 639 आउटसोर्सिंग कर्मियों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया। कर्मियों का आरोप है कि उन्हें मानदेय में वृद्धि के बावजूद उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है, साथ ही अबसेंटी के नाम पर उनके वेतन में कटौती की जा रही है।
कर्मियों की समस्याएँ
आउटसोर्सिंग कर्मियों ने बताया कि जिले के 639 कर्मियों को 18 हजार का वेतन मिलना चाहिए, लेकिन उन्हें 8 से 10 हजार का वेतन दिया जा रहा है। इसके अलावा, कई कर्मियों को तो 4 महीने का वेतन भी नहीं मिला है, जबकि कुछ को तो एक महीने का भी भुगतान नहीं किया गया है।
ईपीएफ से जुड़ी समस्याएँ
कर्मियों ने बताया कि उनकी ईपीएफ (ईम्लॉयमेंट प्रोविडेंट फंड) में भी समस्याएँ आ रही हैं, जिससे उनकी परेशानियाँ और बढ़ रही हैं। इस मुद्दे पर उन्होंने प्रशासन से शीघ्र समाधान की मांग की है।
इस संघर्ष के बीच, आउटसोर्सिंग कर्मियों ने प्रशासन से उनकी समस्याओं का समाधान करने की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया जाता है, तो उनका आंदोलन और तेज हो सकता है।
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