#गिरिडीह #अंबेडकर_जयंती | संविधान निर्माता को दी गई श्रद्धांजलि, युवाओं ने सामाजिक न्याय का संदेश फैलाया
- गिरिडीह कॉलेज NSS इकाई-1 ने किया बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती का आयोजन
- अंबेडकर चौक पर प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दी गई श्रद्धांजलि
- एनएसएस स्वयंसेवकों ने निकाली जागरूकता पदयात्रा
- संविधान निर्माण, समानता और सामाजिक न्याय का दिया गया संदेश
- छात्रों ने बढ़-चढ़कर कार्यक्रम में निभाई भागीदारी
- युवाओं ने अंबेडकर के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का लिया संकल्प
अंबेडकर चौक से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
सोमवार, 14 अप्रैल 2025 को गिरिडीह कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई-1 द्वारा
भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती के अवसर पर एक सांस्कृतिक एवं सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत अंबेडकर चौक पर बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई, जहाँ छात्रों और स्वयंसेवकों ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके पश्चात् एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा जागरूकता पदयात्रा निकाली गई, जिसमें अंबेडकर के विचारों, उनके सामाजिक योगदान और संविधान निर्माण में उनकी भूमिका को लेकर स्लोगन और पोस्टर के माध्यम से आमजन को जागरूक किया गया।
युवाओं में दिखा सामाजिक न्याय के प्रति उत्साह
इस पूरे आयोजन में गिरिडीह कॉलेज के छात्र-छात्राओं की भागीदारी और उत्साह देखने लायक था।
एनएसएस स्वयंसेवकों में सुशांत मंडल, अमित कुमार, जय राहुल, सोनू कुमार, कौशल कुमार, सुधांशु कुमार, प्रिंस राज, सचिन कुमार, कन्हैया कुमार,
सुगीता टुडू, चांदनी, जन्नत और फरहत की भूमिका सराहनीय रही।
उन्होंने बाबा साहेब के सिद्धांतों — समानता, सामाजिक न्याय और शिक्षा के अधिकार — को जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प लिया।
पदयात्रा के माध्यम से विद्यार्थियों ने यह संदेश दिया कि आज भी अंबेडकर के विचार उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके समय में थे।
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