गिरिडीह जिले के तिसरी थाना क्षेत्र के भुराई गांव में एक महिला ने माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान सुलेखा देवी (30) के रूप में हुई, जो अमरजीत शर्मा की पत्नी थीं। अमरजीत शर्मा पुणे में मजदूरी करते हैं।
जानकारी के अनुसार, सुलेखा देवी ने कुछ दिनों पहले एक माइक्रोफाइनेंस कंपनी से लोन लिया था। लोन की राशि समय पर नहीं चुकता करने पर कंपनी के कर्मचारियों ने उन्हें लगातार प्रताड़ित किया। परिजनों और पंचायत के मुखिया इब्राहीम अंसारी के अनुसार, फाइनेंस कंपनी के कर्मी लगातार सुलेखा देवी को परेशान कर रहे थे, जिसके कारण महिला मानसिक तनाव का शिकार हो गई।
हालांकि, सुलेखा देवी ने कई बार फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों से वादा किया था कि वह जल्द ही लोन की राशि चुका देंगी, लेकिन कर्मचारियों ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें परेशान करते रहे। सोमवार को भी फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने सुलेखा देवी के घर जाकर उन्हें काफी भला-बुरा कहा। यह अपमान और मानसिक उत्पीड़न सुलेखा देवी से बर्दाश्त नहीं हो पाया।
इस घटना के बाद, सुलेखा देवी ने घर का दरवाजा बंद कर लिया और फांसी के फंदे से झूल गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटनाक्रम के प्रमुख बिंदु:
- माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने आत्महत्या की।
- महिला ने समय पर लोन की राशि चुकता करने का वादा किया था, लेकिन कंपनी के कर्मचारियों ने परेशान किया।
- सोमवार को कंपनी के कर्मचारियों ने महिला को घर पर भला-बुरा कहा, जिसके बाद उसने आत्महत्या की।
- पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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