#Giridih — लाभ से वंचित मैयाओं का आरोप, सरकार की नीति में पारदर्शिता की कमी:
- गांडेय ब्लॉक परिसर में महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई
- सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक लगी रहीं लंबी कतारें
- मुस्लिम महिलाएं भी रोजा रखकर घंटों लाइन में खड़ी रहीं
- महिलाओं का आरोप — खाते में राशि नहीं पहुंची, सरकार की योजना में पारदर्शिता का अभाव
- प्रखंड कार्यालय से नहीं मिल पा रही सही जानकारी
लाभुकों में बढ़ती असमंजस
गिरिडीह: मुख्यमंत्री मंईया सम्मान योजना के तहत मिलने वाली राशि को लेकर सोमवार को गांडेय ब्लॉक परिसर में लाभुकों की भारी भीड़ उमड़ी। महिलाएं और युवतियां सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक कतारबद्ध होकर अपने नाम की जांच कराने में लगी रहीं।
एक लाभुक महिला ने कहा, “आठ से तेरह मार्च तक तीन किस्तों में 7500 रुपये भेजे जाने की जानकारी है, लेकिन खाते में पैसे नहीं आए। पहले आ जाते थे, अब क्यों नहीं आ रहे, इसका कोई जवाब नहीं मिल रहा है।“
रोजा रखते हुए लाइन में लगी रहीं मुस्लिम महिलाएं
लाइन में घंटों इंतजार करने वाली कई मुस्लिम महिलाएं और युवतियां रोजा रखकर भी अपने अधिकार के लिए संघर्ष करती दिखीं। वंचित महिलाओं का कहना है कि उन्हें कार्यालय से संतोषजनक जानकारी नहीं दी जा रही।
एक महिला ने नाराजगी जताते हुए कहा, “सरकार की नीति में पारदर्शिता नहीं है। योजनाओं में चयन प्रक्रिया स्पष्ट नहीं है, जिस कारण सैकड़ों महिलाएं वंचित रह गई हैं।“
समस्या का समाधान कब?
महिलाओं का यह भी कहना है कि प्रखंड कार्यालय के चक्कर लगाने के बावजूद समाधान नहीं हो पा रहा। हर दिन भीड़ बढ़ रही है और असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
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