- गिरिडीह महाविद्यालय और आर के महिला महाविद्यालय में प्रोफेसरों की कमी का मुद्दा।
- स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए नए विषयों की मांग।
- महिला महाविद्यालय में नामांकन शीट बढ़ाने की अपील।
- नॉन-टीचिंग कर्मचारियों की रिक्त सीटों को भरने की मांग।
- अभाविप कार्यकर्ताओं ने महाविद्यालय की स्थिति को बताया चिंताजनक।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप) गिरिडीह के कार्यकर्ताओं ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग के कुलपति को छः सूत्री मांग पत्र सौंपा। ज्ञापन में गिरिडीह महाविद्यालय और आर के महिला महाविद्यालय में प्रोफेसरों की कमी को दूर करने और नए विषयों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई प्रारंभ करने की मांग की गई।
मांगें और समस्याएं:
ज्ञापन में प्रमुख मांगें निम्नलिखित थीं:
- गिरिडीह और आर के महिला महाविद्यालय में प्रोफेसरों की कमी को तुरंत पूरा करना।
- महिला महाविद्यालय में जूलॉजी, राजनीति विज्ञान, इतिहास, हिंदी जैसे विषयों में स्नातकोत्तर के लिए नामांकन शीट बढ़ाना।
- दोनों महाविद्यालयों में नॉन-टीचिंग कर्मचारियों की रिक्त सीटों को जल्द भरना।
- गिरिडीह महाविद्यालय में PG के लिए इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान और हिंदी विषयों की शुरुआत करना।
अभाविप का बयान:
अभाविप कार्यकर्ताओं ने कहा कि गिरिडीह महाविद्यालय की स्थापना को 75 वर्ष होने को हैं, लेकिन अब तक कई विषयों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू नहीं हुई है। इससे छात्र-छात्राओं को पढ़ाई छोड़ने या दूसरे जिलों में पलायन करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
मौके पर उपस्थित कार्यकर्ता:
इस दौरान अभाविप गिरिडीह के संयोजक उज्जवल तिवारी, जनजातीय सह प्रमुख मंटू मुर्मू, कॉलेज मंत्री नीरज चौधरी, कॉलेज अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी, सदानंद राय, विवेक कुमार, कुंदन कुमार, और प्रिंस कुमार उपस्थित थे।
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